टिक-टॉक पर मिली गोलीबारी और बम धमकी के बाद अमेरिका के कई स्कूल बंद
क्या है खबर?
अमेरिका में लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग ऐप टिक-टॉक पर वायरल एक पोस्ट में देशभर के स्कूलों में गोलीबारी और बम धमाकों की चेतावनी ने खलबली मचा दी है।
इस चेतावनी से स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों, उनके परिजन और शिक्षकों में भय का माहौल पैदा हो गया है।
इसको देखते हुए कई शहरों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है तथा कई स्कूलों में सुरक्षा बढ़ाई गई है। हालांकि, पुलिस इस पोस्ट को पूरी तरह से फर्जी मान रही है।
धमकी
टिक-टॉक वीडियो में यह दी गई है धमकी
टिक-टॉक पर वायरल हो रहे शॉट वीडियो में 17 दिसंबर को अमेरिका के स्कूलों में भीषण गोलीबारी और बम धमाकों की चेतावनी दी गई है।
इसके साथ यह भी कहा गया है कि छात्रों और शिक्षकों को गोलीबारी या बम धमाकों के संदिग्ध खतरों को देखते हुए स्कूल छोड़ देना चाहिए।
धमकी के बाद जहां स्कूल प्रशासन और बच्चों में डर बैठा है, वहीं बच्चों के परिजनों को सुरक्षा चिंता सताने लगी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कदम
धमकी के बाद सुरक्षा के लिए उठाए गए हैं ये कदम
मामले की शुरुआती जांच में पुलिस ने धमकी को पूरी तरह से फर्जी करार दिया है, लेकिन बच्चों के परिजनों की चिंता को देखते हुए एरिज़ोना, कनेक्टिकट, इलिनोइस, मोंटाना, न्यूयॉर्क और पेंसिल्वेनिया जैसे राज्यों में स्कूल परिसरों में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
हालांकि, कैलिफोर्निया, टेक्सास, मिनेसोटा और मिसौरी के अधिकर स्कूलों को शुक्रवार को स्कूल बंद रखने का ऐलान किया गया है।
इससे अलावा बच्चों के परिजनों को ई-मेल भेजकर जांच का आश्वासन दिया गया है।
वीडियो
एरिजोना से पोस्ट किया गया है वीडियो- पुलिस
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, पुलिस ने कहा है कि वीडियो की जांच में पता चला है कि इस धमकी भरे वीडियो को एरिजोना से टिक-टॉक पर पोस्ट किया गया है। हालांकि, उन्होंने परिजनों को वायरल वीडियो पोस्ट में किसी भी तरह की सच्चाई नहीं होने का आश्वसान दिया है।
पुलिस ने कहा कि सभी स्कूलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वाीडियो पोस्ट करने वाले का पता लगाया जा रहा है। जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।
जानकारी
बाल्टीमोर काउंटी स्कूल ने ट्वीट कर पोस्ट को बताया फर्जी
पुलिस की प्राथमिक जांच के बाद बाल्टीमोर काउंटी पब्लिक स्कूल ने ट्वीट कर धमकी वाले वीडियो को फर्जी करार दिया है। स्कूल ने लिखा, 'कानून प्रवर्तन एजेंसियों की जांच में वीडियो को एरिजोना से पोस्ट करना पाया गया है। इसमें विश्वसनीयता नहीं है।"
बयान
टिक-टॉक ने कही पुलिस का सहयोग करने की बात
इधर, टिक-टॉक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसकी जांच में कानून प्रवर्तन एजेंसियों का सहयोग करने की बात कही है।
कंपनी ने कहा, "हम अफवाह वाले खतरों को बेहद गंभीरता से लेते हैं। यही वजह है कि हम स्कूलों में संभावित हिंसा के बारे में धमकी वाले वीडियो की जांच में कानून प्रवर्तन एजेंसियों का सहयोग कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक टिक-टॉक के जरिए इस तरह के खतरे के कोई सुबूत नहीं मिले हैं।"
खतरा
30 नवंबर को मिशिगन स्कूल में हुई थी गोलीबारी
बता दें कि टिक-टॉक पर यह धमकी मिशिगन स्कूल में हुई गोलीबारी की घटना के दो सप्ताह बाद आई है।
30 नवंबर को मिशिगन के हाई स्कूल में एक 15 वर्षीय छात्र ने 15-20 राउंड गोलियां चलाई थी। इसमें चार छात्रों की मौत हो गई थी और आठ घायल हो गए थे।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्र को हिरासत में लिया था और उसके पास से एक हैंडगन बरामद की थी। वह छात्र भी उसी स्कूल में पढ़ता था।