न्यूजीलैंड मस्जिद गोलीबारी: हमले में एक भारतीय सहित 49 की मौत, 9 अभी भी लापता
शुक्रवार को न्यूजीलैंड में मस्जिद पर हुए हमले में कुल 49 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में एक भारतीय जुनैद कारा भी शामिल हैं। आजतक के मुताबिक, गुजरात के नवसारी के रहने वाले कारा न्यूजीलैंड में अपने परिवार के साथ रहते थे और वहां एक स्टोर चलाते थे। शुक्रवार को वे मस्जिद में नमाज अदा करने गए थे। साथ ही इस हमले के बाद भारतीय मूल/नागरिकता के नौ लोग लापता हैं। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
हैदराबाद के युवक को लगी गोली
मस्जिद में हुए हमले में हैदराबाद के अहमद इकबाल जहांगीर को भी गोली लगी है। उनके परिवार से सरकार से उन्हें तत्काल वीजा देने की मांग की है, ताकि उनके भाई क्राइस्टचर्च जाकर उनकी देखरेख कर सके।
ओवैसी ने किया ट्वीट
आरोपी की कोर्ट में पेशी
मस्जिद पर हमले के आरोपी ब्रेंटन हैरिसन टैरेंट को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसकी दलील सुने बिना उसे 5 अप्रैल तक हिरासत में भेज दिया गया है। ब्रेंटन ऑस्ट्रेलियाई नागरिक था। वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को आदर्श और श्वेत पहचान का प्रतीक मानता था। उसने हमले से पहले एक आपत्तिजनक घोषणापत्र 'द ग्रेट रिप्लेसमेंट' जारी किया था। इसमें उसने लिखा, "आक्रमणकारियों को दिखाना हैं कि हमारी भूमि कभी भी उनकी भूमि नहीं होगी।"
तुर्की को नाटो सेना में शामिल किए जाने के खिलाफ था आतंकी
इस घोषणापत्र में टैरेंट ने खुद को आस्ट्रेलिया का एक साधारण श्वेत बताया है, जिसका जन्म एक मजदूर परिवार में हुआ था। उसके माता-पिता ब्रिटिश मूल के हैं। उसका मानना है कि अगर श्वेत लोगों में जन्म दर नहीं बढ़ाई गई तो उनका विनाश निश्चित है। उसने नाटो देशों की सेना में तुर्की को शामिल किए जाने का विरोध करते हुए कहा कि तुर्की यूरोप का दुश्मन है। उसने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को श्वेत विरोधी बताया है।
भारतीय उच्चायोग ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
भारत ने हमले की कड़ी निंदा की
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूजीलैंड में हुए हमले की कड़ी निंदा की है। प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुश्किल समय में न्यूजीलैंड के लोगों के प्रति पूरी एकजुटता व्यक्त की है। इसमें कहा गया है कि भारत आतंकवाद के हर स्वरूप और ऐसे कार्यों का समर्थन देने वालों की कड़ी निंदा करता है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी इस हमले की निंदा की है।
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री ने बताया काला दिन
वहीं, न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने घटना पर बयान जारी करते हुए कहा, "क्राइस्टचर्च में मस्जिद में फायरिंग हुई है। यह न्यूजीलैंड के सबसे काले दिनों में से एक है। यह हिंसा की अभूतपूर्व घटना है।" हमले के बाद सेंट्रल क्राइस्टचर्च इलाके में मौजूद स्कूल, परिषद भवनों और सार्वजनिक स्थानों को बंद कर दिया गया है। साथ ही पुलिस ने देशभर की सारी मस्जिदों को बंद रखने की अपील की है।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने हमले की निंदा की
पड़ोसी देश में हुई इस दुखभरी घटना पर आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मॉरिसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, "हम एक अतिवादी, दक्षिणपंथी और आतंकवादी द्वारा किए गए हमले की कड़ी निंदा करते हैं।" उन्होंने इस दौरान हमलवार के आस्ट्रेलियन नागरिक होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलियन सुरक्षा अधिकारी देश और हमले में किसी भी तरीके के लिंक की जांच कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने हमलावर के बारे में कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया।