कोरोना संक्रमण के चलते सऊदी अरब ने अपने नागरिकों की भारत यात्रा पर लगाई रोक
क्या है खबर?
भारत में पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में मामूली इजाफा देखने को मिल रहा है। इसे देखते हुए सऊदी अरब ने अपने नागरिकों की भारत यात्रा पर रोक लगा दी है।
भारत के अलावा सऊदी अरब ने नागरिकों को लेबनान, सीरिया, तुर्की, ईरान, अफगानिस्तान, यमन, सोमालिया, इथियोपिया, कॉन्गो गणराज्य, लिबिया, इंडोनेशिया, वियतनाम, अर्मेनिया, बेलारूस और वेनेजुएला यात्रा करने से भी रोक दिया है। इसके पीछे भी कोरोना संक्रमण का हवाला दिया गया है।
बयान
नहीं दर्ज हुआ मंकीपॉक्स का मामला- सऊदी अरब
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि उनके देश में अभी तक मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है।
उप स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल्ला असीरी ने कहा कि उनके पास मंकीपॉक्स के संदिग्ध मामलों की निगरानी और पता लगाने की क्षमता है। अगर कोई मंकीपॉक्स का मामला सामने आता है तो उनका देश इस संक्रमण का सामना करने को तैयार है।
बता दें कि पिछले कई दिनों में कई देशों में मंकीपॉक्स के मामले दर्ज हो चुके हैं।
यात्रा प्रतिबंध
पिछले साल भी लगाई थी रोक
सऊदी अरब ने पिछले साल भी जुलाई में अपने नागरिकों की भारत यात्रा पर रोक लगाई थी। तब कोरोना संक्रमण और अलग-अलग देशों में सामने आ रहे नए वेरिएंट्स से बचने के लिए यह कदम उठाया गया था।
उस समय सऊदी अरब ने भारत और पाकिस्तान समेत दक्षिण अफ्रीका, अर्जेंटीना, ब्राजील, मिस्र, इथियोपिया, संयुक्त अरब अमीरात, लेबनान, इंडोनेशिया और वियतनाम समेत कई देशों को 'रेड लिस्ट' में डाला था, जहां नागरिकों के जाने पर प्रतिबंध था।
कोरोना संकट
क्या है कोरोना संक्रमण की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, दुनियाभर में अभी तक कोरोना वायरस के 52.56 करोड़ मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 62.77 लाख लोगों की मौत हुई है।
8.33 करोड़ मामले और 10.02 लाख मौतों के साथ अमेरिका सबसे प्रभावित और 4.31 करोड़ संक्रमितों और लगभग 5.25 लाख मौतों के साथ भारत दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है।
सऊदी अरब की बात करें तो यहां 7.63 लाख मामले सामने आए हैं और 9,130 मौतें हुई हैं।
बयान
कई मुश्किल चुनौतियों से जूझ रही दुनिया- WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेताया है कि दुनिया इस समय कोरोना संक्रमण, मंकीपॉक्स और यूक्रेन युद्ध जैसी मुश्किल चुनौतियों से जूझ रही है।
संगठन के प्रमुख डॉ टेड्रोस अधेनोम गेब्रैयसस ने कहा कि इस समय दुनिया के सामने कोरोना महामारी ही एकमात्र संकट नहीं है। दुनिया बीमारी, सूखा, भुखमरी और युद्ध जैसे संकट से जूझ रही है, जिन्हें जलवायु परिवर्तन, गैर-बराबरी और भू-राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता की वजह से और बल मिल रहा है।"
मंकीपॉक्स
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
मंकीपॉक्स एक जूनोटिक (एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में फैलने वाली) बीमारी है। ये बीमारी मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमण के कारण होती है जो पॉक्सविरिडाइ फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से आता है।
ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस में चेचक (स्मालपॉक्स) और काउपॉक्स बीमारी फैलाने वाले वायरस भी आते हैं।
मंकीपॉक्स वायरस का सबसे पहले 1958 में पता चला था। तब रिसर्च के लिए तैयार की गईं बंदरों की बस्तियों में इस वायरस के कारण पॉक्स जैसी बीमारी देखी गई थी।