दिल्ली: 2021 में सामने आए डेंगू के 9,613 मामले, 2015 के बाद सबसे ज्यादा
क्या है खबर?
बीते साल दिल्ली में कोरोना वायरस के साथ-साथ डेंगू ने भी लोगों के लिए परेशानियां खड़ी की थीं। 2021 में छह साल बाद दिल्ली में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सामने आए और सर्वाधिक मौतें दर्ज हुईं।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों से पता चलता है कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले साल डेंगू के 9,613 मामले सामने आए और डेंगू के कारण 23 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
आइये पूरी खबर जानते हैं।
दिल्ली में डेंगू
किस महीने आए कितने मामले?
पिछले साल अकेले नवंबर महीने में दिल्ली में 6,739 लोगों को डेंगू बुखार हुआ था। बीते छह सालों की यह सबसे बड़ी संख्या है।
महीनों के हिसाब से बात करें तो दिल्ली में जनवरी में किसी को डेंगू नहीं हुआ, जबकि फरवरी में इस बीमारी के दो, मार्च में 5, अप्रैल में 10, मई में 12, जून में सात, जुलाई में 16, अगस्त में 72, सितंबर में 217, अक्टूबर में 1,196 और दिसंबर में 1,337 सामने आए।
डेंगू
पिछले सालों में कितने मामले सामने आ रहे हैं?
2015 डेंगू के मामले में दिल्ली के लिए बेहद खतरनाक रहा था और 16,000 से अधिक मामले दर्ज हुए। उसके बाद डेंगू की रफ्तार पर थोड़ी लगाम लगी और 2016 में इसके 4,431, 2017 में 4,726, 2018 में 2,798, 2019 में 2,036 और 2020 में 1,072 मामले सामने आए।
बीते साल डेंगू के कारण मरने वालों की संख्या में भी इजाफा देखा गया। इससे पहले 2016 और 2017 में 10-10, 2018 में चार, 2019 और 2020 में दो-दो मौतें हुईं।
जानकारी
कैसे फैलता है डेंगू?
डेंगू एक वायरल इंफेक्शन है और यह मादा ऐडीज ऐजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। जब डेंगू से संक्रमित व्यक्ति को मच्छर काटता है तो वह भी संक्रमित हो जाता है। फिर जब वह किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो उसे भी बीमार कर देता है।
एक संक्रमित मच्छर अपने तीन से चार हफ्ते के पूरे जीवनकाल में अनगिनत लोगों को काटकर उन्हें बीमार कर सकता है।
पिछले कुछ दशकों में डेंगू का प्रकोप ज्यादा बढ़ा है।
लक्षण
डेंगू के लक्षण क्या हैं?
आमतौर पर मच्छरों के काटने के 4-5 दिन बाद लक्षण दिखने शुरू होते हैं जो एक हफ्ते या इससे ज्यादा समय रहते हैं।
डेंगू से संक्रमित हर चार में से एक व्यक्ति बीमार पड़ता है। इनमें सिरदर्द, बुखार, पेट दर्द, मुंह और नाक से खून आना, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी आना और डायरिया जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
वहीं हर 20 में से एक व्यक्ति में लक्षण गंभीर हो जाते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकते हैं।
जानकारी
क्या डेंगू का कोई इलाज है?
डेंगू के इलाज के लिए कोई विशेष दवा नहीं है। इससे संक्रमित लोगों को आराम करने, पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीने और दर्द निवारक दवाएं जैसे पैरासिटामोल आदि लेने की सलाह दी जाती है ताकि बुखार से बचा जा सके।
न्यूजबाइट्स प्लस
दुनिया की आधी आबादी पर डेंगू का खतरा
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार, दुनिया की लगभग आधी आबादी ऐसे इलाकों में रहती हैं, जहां डेंगू का खतरा है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि हर साल 10 से 40 करोड़ लोग डेंगू की चपेट में आते हैं।
डेंगू फैलाने वाले मच्छर समुद्र तल से 2,000 मीटर से कम की ऊंचाई वाले इलाकों में रहते हैं और इन्हें जनन करने के लिए 16 डिग्री से अधिक तापमान की जरूरत होती है।