कोरोना: दिल्ली के सभी स्कूलों में बनाने होंगे क्वारंटीन रूम, सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में फिर से कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। गुरुवार को भी यहां संक्रमण के 965 मामले सामने आए हैं। ऐसे में अब स्कूल जाने वाले बच्चों के परिजनों की चिंता बढ़ गई है। इसको देखते हुए सरकार ने स्कूलों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है। इसके तहत अब सभी स्कूलों में क्वारंटीन रूम बनाने होंगे तथा शिक्षकों को प्रतिदिन बच्चों और परिजनों से कोरोना संबंधी लक्षणों की जानकारी लेनी होगी।
थर्मल स्क्रीनिंग के बिना नहीं मिलेगा प्रवेश
दिल्ली के शिक्षा विभाग की ओर से सभी स्कूलों को जारी गई गाइडलाइंस में किसी भी छात्र, शिक्षक या अभिभावकों को उचित थर्मल स्क्रीनिंग के बिना स्कूल परिसर में प्रवेश नहीं देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा शिक्षकों को प्रतिदिन उपस्थिति के दौरान बच्चों और उनके परिजनों से कोरोना संबंधित लक्षणों की जानकारी लेनी होगी तथा सभी स्कूलों में लक्षण वाले बच्चों को अलग करने के लिए क्वारंटीन रूम बनाने होंगे।
शिक्षण सामग्री और भोजन के साझा करने पर भी रोक
गाइडलाइंस के अनुसार, अब कोई भी छात्र स्कूल में भोजन, किताबें और अन्य शिक्षण सामग्री को आपस में साझा नहीं कर सकेंगे और शिक्षकों को इसकी निगरानी करनी होगी। इसी तरह स्कूलों में सभी कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, शौचालय, खेल मैदान और प्रार्थना स्थल आदि की नियमित सफाई करने के साथ उनके प्रवेश द्वारा पर सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी। इसके अलावा स्कूलों में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग सहित सभी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
लक्षण वाले बच्चों को अलग करने के निर्देश
गाइडलाइंस के अनुसार, यदि स्कूल में कोई छात्र या स्टाफ सदस्य बुखार, खांसी, सांस की तकलीफ, थकान, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, स्वाद की कमी, गले में खराश, दस्त आदि लक्षण दिखाता है तो उसे अन्य बच्चों से अलग कर क्वारंटीन रूम में ले जाना होगा। अधिक तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी भी स्कूल की होगी। स्कूलों में बनाए जाने वाले सभी क्वारंटीन रूम हवादार होंगे और उनकी नियमित सफाई जरूरी होगी।
स्कूलों को सख्ती से करनी होगी गाइडलाइंस की पालना- निदेशक
निदेशक (शिक्षा) हिमांशु गुप्ता ने संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच छात्रों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर चिंता जतातेे हुए कहा, "संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार की गई है। सभी स्कूल संचालकों को इसका सख्ती से पालन करना होगा।" उन्होंने आगे कहा, "अभिभावकों को अपने बच्चों में या परिवार के किसी सदस्य में लक्षण नजर आने पर बच्चों को स्कूल नहीं भेजने के लिए भी कहा गया है।"
शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने क्या दिया था बयान
बता दें कि बढ़ते संक्रमण के बीच दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि स्कूल में किसी भी बच्चे के संक्रमित मिलने पर उसे बंद कर दिया जाएगा और पूरी स्कूल को सैनिटाइज कराया जाएगा और थर्मल स्क्रीनिंग भी कराई जाएगी।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
दिल्ली में फिर से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। गुरुवार को शहर में 965 नए मामले सामने आए हैं और एक मरीज की मौत हुई है। इसके साथ शहर में संक्रमितों की कुल संख्या 18,71,657 हो गई है। इनमें से 26,162 की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 2,970 हो गई है। विशेषज्ञों ने इसके लिए बड़ी संख्या में लोगों के मास्क सहित कोरोना से बचाव के नियमों का पालन नहीं करने को जिम्मेदार ठहराया है।
दिल्ली में फिर से अनिवार्य किया गया मास्क
बढ़ते संक्रमण के मामलों के बीच दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की मंगलवार को बैठक हुई। इसमें संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए मास्क पहनना फिर से अनिवार्य किया गया है। उल्लंघन करने वालों से 500 रुपये जुर्माना वसूला जाएगा।