यूक्रेन के युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे हैं 1,000 भारतीय, निकालने के प्रयास जारी- सरकार
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने कहा है कि 20,000 से अधिक भारतीय नागरिक यूक्रेन से निकल चुके हैं, लेकिन करीब 1,000 छात्र अभी भी युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे हुए हैं। इनमें से 300 यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव और 700 सुमी में मौजूद हैं।
सरकार की तरफ से कहा गया है कि वह गोलीबारी के खतरे के बीच छात्रों को नहीं निकालना चाहती, इसलिए स्थानीय सीजफायर के लिए यूक्रेन और रूस के संपर्क में है।
यूक्रेन युद्ध
भारतीय छात्र को गोली लगने की पुष्टि की
केंद्र सरकार ने कीव से निकल रहे एक भारतीय छात्र हरजोत सिंह को गोली लगने की पुष्टि की है।
बताया गया है कि सिंह को 27 फरवरी को गोली लगी थी, लेकिन सरकार को इसकी जानकारी शुक्रवार को मिली। सरकार ने उनके इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारतीय अधिकारी सिंह से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन युद्धग्रस्त क्षेत्र होने के कारण परेशानी आ रही है।
निकासी अभियान
सरकार ने की रूस के कदम की सराहना
भारत सरकार ने रूस के उस कदम की सराहना की है, जिसमें उसने भारतीय छात्रों को निकालने के लिए 130 भेजने का ऐलान किया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह अच्छा कदम है, लेकिन अधिकतर छात्र बसें चलने वाले जगहों से 50-60 किलोमीटर की दूरी पर फंसे हुए हैं। छात्रों को बसों तक जाने के लिए युद्धग्रस्त इलाकों से गुजरना पड़ेगा। इनकी सुरक्षित निकासी के लिए यूक्रेन और रूस से संपर्क किया जा रहा है।
जानकारी
विदेश सचिव ने की यूक्रेन से बात
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने यूक्रेन के उप विदेश मंत्री से बात कर देश के पूर्वी हिस्से से भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने में मदद मांगी है। उन्होंने खारकीव में मारे गए भारतीय छात्र के शव की वापसी के इंतजाम को लेकर भी बातचीत की।
यूक्रेन संकट
कॉरिडोर शुरू होने की जानकारी नहीं
रूस और यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की बातचीत में नागरिकों की सुरक्षित निकासी और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए युद्धग्रस्त इलाकों में कॉरिडोर बनाने की सहमति बनी थी।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि उसे यह जानकारी नहीं है कि यह कॉरिडोर कब शुरू होगा।
इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाए जाने के रूस के दावों का भी खंडन किया है।
ऑपरेशन गंगा
629 छात्रों को लेकर लौटे तीन विमान
भारतीय वायुसेना के तीन विमान यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीय छात्रों को लेकर दिल्ली लौटे हैं।
वायुसेना ने बयान जारी कर बताया कि इन तीनों विमानों में रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड से 629 छात्रों को भारत लाया गया है। जाते समय इन विमानों के जरिये 16.5 टन राहत सामग्री भेजी गई थी।
'ऑपरेशन गंगा' के तहत वायुसेना अब तक 10 उड़ानों में 2,000 से अधिक नागरिकों को भारत ला चुकी है।
यूक्रेन युद्ध
यूक्रेन में युद्ध की क्या स्थिति?
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का आज 10वां दिन है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत ने कहा कि रूसी सेना यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े परमाणु संयंत्र की तरफ बढ़ रही है और इससे महज 32 किलोमीटर दूर है।
दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने 'नो-फ्लाई जोन' घोषित न करने के लिए NATO की आलोचना करते हुए उसने रूस को शहरों और गांवों पर बम गिराने की हरी झंडी दिखा दी है।