उरी आर्मी कैंप के पास संदिग्ध गतिविधियां, सेना का खोज अभियान जारी
जम्मू-कश्मीर के उरी क्षेत्र में मौजूदा आर्मी कैंप के पास कुछ संदिग्धों को देखा गया है। संदिग्धों को देखने के बाद सेना सतर्क हो गई है और खोज अभियान चलाया जा रहा है। उरी में ही साल 2016 में आर्मी कैंप पर आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें 19 जवान शहीद हुए थे। सेना ने जबाव में सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए लगभग 50 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था। घटना पर बनी फिल्म 'उरी' बेहद प्रसिद्ध हुई है।
रविवार रात की घटना
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, रविवार रात को आर्मी आर्टिलरी यूनिट के सैनिकों ने राजरवानी कैंप के पास संदिग्ध गतिविधियां महूसस की और फायरिंग शुरु कर दी। सैनिकों ने जल्द ही इलाके की घेराबंदी कर दी। पुलिस और सेना मिलकर इलाके में खोज अभियान चला रही हैं। मामले में 2 लोगों से पूछताछ भी की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, यह 3 बजे की घटना है और उसने 2 लोगों को देखा था।
2 लोगों से हो रही है पूछताछ
2016 में उरी आर्मी कैंप पर आतंकवादियों ने किया था हमला
18-19 सितंबर, 2016 को उरी स्थित आर्मी कैंप पर पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया था। आतंकवादियों ने सुबह उस समय हमला किया जब जवान सो रहे थे। सेना ने सभी आतंकवादियों को मौके पर ही मार गिराया था, लेकिन इस दौरान 19 सैनिक शहीद हुए थे। हमले में पाकिस्तान के हाथ की बात सामने आने के बाद सरकार पर उसकी खिलाफ कार्रवाई करने की मांग होने लगी थी।
जबाव में सेना ने की थी सर्जिकल स्ट्राइक
सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद सेना ने हमले के मात्र 10 दिन बाद पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारा था। सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकी कैपों को तबाह करते हुए 50 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था। घटना पर बनी फिल्म 'उरी: द सर्जिकल स्टाइक' ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई हुई है। फिल्म का डायलॉग 'हाउ इज द जोश' वायरल हो रहा है और सरकार तक इसका इस्तेमाल कर रही है।