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90 प्रतिशत प्रभावी है फाइजर की एंटी वायरल गोली, ओमिक्रॉन पर भी दिखा रही असर- डाटा
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ कारगर साबित हो रही है फाइजर के एंटी वायरल गोली।

90 प्रतिशत प्रभावी है फाइजर की एंटी वायरल गोली, ओमिक्रॉन पर भी दिखा रही असर- डाटा

Dec 14, 2021
07:36 pm

क्या है खबर?

अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर इंक द्वारा कोरोना वायरस के खिलाफ तैयारी की गई एंटी वारयल गोली पैक्सलोविड (Paxlovid) अंतिम विश्लेषण में भी उच्च जोखिम वाले मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने और मौतों को रोकने में 90 प्रतिशत तक कम करने वाली पाई गई है। इसी तरह यह गोली हाल में लैब में किए गए परीक्षणों में कोरोना वायरस के 32 म्यूटेंट वाले ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ भी असरकारक मिली है। ऐसे में यह दुनिया के राहत की खबर है।

अध्ययन

अंतिम विश्लेषण में 1,000 लोगों को और किया शामिल

NDTV के अनुसार, फाइजर ने पिछले महीने 1,200 लोगों पर किए गए अंतिरिम विश्लेषण में अपनी गोली को 89 प्रतिशत असरदार बताया था। अब मंगलवार को जारी किए गए अंतिम विश्लेषण के डाटा में 1,000 अन्य लोगों पर किए गए अध्ययन को भी शामिल किया गया है। इसमें कहा गया है प्लेसबो खुराक लेने वाले 12 लोगों की मौत के विपरित उसकी गोली लेने वाले किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। यह कंपनी के लिए बड़ी सफलता है।

जानकारी

प्रत्येक 12 घंटे में पांच दिनों तक दी जाती है गोली

बता दें फाइजर की यह एंटी वायरल गोली पांच दिनों तक प्रत्येक 12 घंटे में दी जाती है। यदि इसे संक्रमण होने के तीन दिन में दिया जाए तो यह 89 प्रतिशत और पांच दिन के भीतर दिया जाए तो 88 प्रतिशत प्रभावी रहती है।

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अन्य

फाइजर ने जारी किया एक और डाटा

फाइजर ने एक दूसरे क्लिनिकल ट्रायल का भी शुरुआती डाटा जारी किया है। इसमें कहा गया है कि उसकी गोली ने ट्रायल में शामिल 662 कम जोखिम वाले वयस्कों में अस्पताल में भर्ती होने का खतरा 70 प्रतिशत कम हुआ है। फाइजर के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी मिकेल डॉल्स्टन ने कहा यह कंपनी के लिए बहुत ही आश्चर्यजनक परिणाम है। कंपनी बड़ी संख्या में लोगों की जान बचाने और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने से रोकने पर काम कर रही है।

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बयान

कंपनी ने जताई आपात इस्तेमाल की अनुमति मिलने की उम्मीद

डॉल्स्टन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) और अन्य नियामक एजेंसियों से जल्द ही गोली को उच्च जोखिम वाले मरीजों में इस्तेमाल की मंजूरी मिल जाएगी। इसी तरह कंपनी यूरोप और यूनाइटेड किंगडम (UK) दोनों देशों के नियामकों के साथ भी मंजूरी के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि कंपनी गोली को दुनियाभर में पहुंचाने के लिए विश्व स्तर पर अधिकांश प्रमुख नियामक एजेंसियों के साथ बात कर रही है।

दावा

कोरोना महामारी के खिलाफ बेहद अहम साबित होगी गोली- बोर्ला

फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अल्बर्ट बोर्ला ने कहा, "हमारी एंटी वायरल गोली लैब में हुए परीक्षणों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ भी खरी उतरी है। वर्तमान में यूरोप, दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका में इस वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हमें यकीन है कि अगर इसे मंजूरी मिलती है तो यह कोरोना महामारी के खिलाफ लोगों की सेहत को सुरक्षा कवच प्रदान करने में बेहद अहम साबित होगी।"

विकास

HIV के उपचार में काम आने वाली दवा के संयोजन से बनी है गोली

बता दें फाइजर की इस एंटी वायरल गोली का वैज्ञानिक नाम PF-07321332 है। यह प्रोटीज इनहिबिटर नामक दवाओं के एक वर्ग का हिस्सा है और एक एंजाइम को रोकने करके काम करती है। इनहिबिटर का उपयोग HIV और हेपेटाइटिस-C के उपचार में भी होता है। यह गोली शरीर में लंबे समय तक उच्च सांद्रता में सक्रिय रह सकती है। इससे कोरोना के खिलाफ लंबे समय तक सुरक्षा मिलती है। इसी तरह SARS-CoV-2-3CL प्रोटीज की गतिविधि को भी रोकती है।

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