पाकिस्तान का बिजली संकट क्या है और इसके पीछे क्या कारण हैं?
पाकिस्तान में जारी आर्थिक संकट के बाद बिजली संकट भी देखने को मिल रहा है। देश में सोमवार को पावर ग्रिड में खराबी आ गई, जिसके कारण राजधानी इस्लामाबाद, पेशावर, लाहौर और कराची समेत कई बड़े शहरों में घंटों तक बिजली गुल रही। कई हिस्सों में बिजली आ गई है, जबकि कई जगह पावर ग्रिड को ठीक करने का काम चल रहा है। आइए जानते हैं कि पाकिस्तान में बिजली संकट होने के पीछे क्या कारण है।
बिजली की कमी का सामना कर रहा है पाकिस्तान
पाकिस्तान लंबे समय से बिजली की कमी का सामना कर रहा है और अनुमान है कि यह बिजली संकट अगले कुछ वर्षों तक जारी रह सकता है। पिछले साल गर्मियों में देशव्यापी बिजली कटौती के साथ बिजली संकट चरम पर पहुंच गया। द डेली टाइम्स ने पिछले साल जून की शुरुआत में बताया था कि कराची में 15 घंटे तक बिजली गुल हो रही है, जबकि लाहौर में करीब 12 घंटे तक बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही थी।
क्या है बिजली संकट का कारण?
पाकिस्तान में दशकों से बिजली के क्षेत्र में सामान्य निवेश हुआ है और देश की GDP में इसकी हिस्सेदारी में गिरावट आई है। देश में अधिकांश बिजली संयंत्र आयातित ईंधन पर चलते हैं और यूक्रेन युद्ध के बाद तेल की वैश्विक आपूर्ति में आई कमी के कारण ईंधन की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। पाकिस्तानी रुपये के कमजोर होने के कारण भी ऊर्जा आयात लागत बढ़ गई है। इन सभी वजहों से बिजली आपूर्ति करना मुश्किल हो रहा है।
पाकिस्तान की सरकार क्या कर रही है?
पाकिस्तान में पिछले चार महीने में ये दूसरी बार है जब पूरे देश का पावर ग्रिड ठप हुआ है। पाकिस्तान सरकार ने बिजली की कमी से निपटने के लिए प्लान बनाया था, लेकिन लोगों ने इसका काफी विरोध किया था। इसके तहत एक फरवरी के बाद केवल LED बल्बों का इस्तेमाल किया जाएगा और अधिक बिजली की खपत करने वाले पंखों का उत्पादन जुलाई से बंद होगा। वहीं बाजारों को रात में जल्दी बंद करने के लिए कहा गया था।
मौजूदा संकट पर सरकार ने क्या कहा?
पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने देश में बिजली का संकट होने की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा, "आर्थिक कारणों से सर्दियों में ईंधन को बचाने के लिए बिजली उत्पादन ईकाईयों को अस्थायी रूप से बंद किया जाता है। आज सुबह भी वोल्टेज के उतार-चढ़ाव और कैस्केडिंग प्रभाव के कारण ईकाईयों को बंद करना पड़ा। यह कोई बड़ा कारण नहीं। चार महीने में दूसरी बार ऐसा किया गया है।"
न्यूजबाइट्स प्लस
गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार पर खराब अर्थव्यवस्था के चलते लगातार विदेशी कर्ज बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण पाकिस्तान में आर्थिक तंगी हो गई है और महंगाई दर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पाकिस्तान कर्ज में डूबा हुआ है और आटे जैसी जरूरी सामग्री का आयात भी नहीं हाे पा रहा है। देश के बंदरगाहाें पर खाद्य सामग्री और दवाएं अटकी पड़ी हैं क्योंकि पाकिस्तान इनका भुगतान नहीं कर पा रहा है।