लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर होंगे पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख
पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख के नाम का गुरुवार को ऐलान कर दिया गया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने लेफ्टिनेंट जनरल सैयद असीम मुनीर को नया सेना प्रमुख बनाने की घोषणा की है। असीम मुनीर जनरल कमर जावेद बाजवा की जगह लेंगे। सेना प्रमुख के रूप में उनका कार्यकाल तीन वर्षों का होगा। बता दें कि निवर्तमान सेना प्रमुख जनरल बाजवा का छह वर्षों का लंबा कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
पाकिस्तान की मंत्री ने दी जानकारी
पाकिस्तान की सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपनी संवैधानिक शक्ति का इस्तेमाल करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल सैयद असीम मुनीर को पाकिस्तानी सेना का प्रमुख नियुक्त करने का फैसला किया है। उन्होंने आगे कहा कि नियुक्ति की जानकारी राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को दी गई है। वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
ISI प्रमुख भी रह चुके हैं असीम मुनीर
लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर अक्टूबर 2018 से जून 2019 के बीच पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेस इंटेलिजेंस (ISI) के प्रमुख भी रह चुके हैं। हालांकि, तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ मतभेदों के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था। उनकी जगह खान के करीबी लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को ISI की कमान सौंपी गई थी। गौरतलब है कि मुनीर वर्तमान में पाकिस्तानी सेना के क्वार्टरमास्टर जनरल के तौर पर अपनी सेवा दे रहे हैं।
2016 में पाकिस्तानी सेना के प्रमुख बने थे जनरल बाजवा
जनरल बाजवा ने 29 नवंबर, 2016 को पाकिस्तानी सेना के प्रमुख के रूप में कमान संभाली थी। शुरुआत में तीन वर्षों के लिए नियुक्त हुए जनरल बाजवा के लिए 2019 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने तीन और वर्षों के सेवा विस्तार का ऐलान किया था। हालांकि, पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी जिसके बाद संसद को कानून में संशोधन करना पड़ा था।
जनरल बाजवा को लेकर सामने आई थी चौंकाने वाली रिपोर्ट
हाल ही में पाकिस्तान के मौजूदा सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के कार्यकाल खत्म होने से कुछ दिन पहले ही एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई थी। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि जनरल बाजवा के छह वर्ष के कार्यकाल के दौरान उनके परिवार के सदस्य और रिश्तेदार अरबपति बन गए। बतौर रिपोर्ट, बाजवा के करीबियों ने इस दौरान करीब 12.7 अरब रुपये की संपत्ति अर्जित की। इस रिपोर्ट को पाकिस्तान सहित पूरी दुनिया में चर्चा है।