पाकिस्तान: खैबर पख्तूनख्वा में हथियारबंद समूह ने 16 खनन मजदूरों का सामूहिक अपहरण किया
क्या है खबर?
पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में गुरुवार को हथियारबंद समूह ने यूरेनियम और प्लूटोनियम खनन स्थल पर काम करने जा रहे 16 मजदूरों का सामूहिक अपहरण कर लिया।
मजदूरों को लक्की मरवत जिले में परमाणु ऊर्जा खदान परियोजना स्थल पर जाते समय एक वाहन से अगवा किया गया है। बाद में कबाल खेल इलाके में वाहन में आग लगा दी गई।
मजदूरों को अज्ञात जगह पहुंचाया गया है। मजदूर किस स्थिति में है, अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है।
अपहरण
किसी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
अभी किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस अपहरण की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTB) के लड़ाकों पर शक जताया जा रहा है।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में TTB काफी सक्रिय है और पिछले समय में जितने भी आतंकी हमले और अपहरण हुए हैं, उसमें TTP का हाथ सामने आया है।
पाकिस्तान की पुलिस और एजेंसियों ने मजदूरों की तलाश में खोजबीन शुरू कर दी है। अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
आतंकवाद
आतंकवाद का गढ़ है खैबर पख्तूनख्वा
TTB की स्थापना 2007 में हुई है और यह संगठन अल-कायदा के काफी करीब माना जाता है।
2021 में अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद पाकिस्तान सरकार के साथ प्रतिबंधित TTP का संघर्ष विराम नवंबर, 2022 में खत्म हुआ था, जिसके बाद से पाकिस्तान में आतंकी हमले बढ़ गए।
TTP बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में अब तक कई बड़े हमले कर चुके हैं। उनका निशाना विदेशी और सुरक्षा बल हैं। खैबर पख्तूनख्वा TTP का गढ़ माना जाता है।
अपहरण
पहले भी हुए हैं अपहरण
TTB ने पिछले साल अगस्त में, सुई नॉर्दर्न गैस पाइपलाइंस लिमिटेड (SNGPL) के 3 कर्मचारियों को बन्नू के बाका खेल से अगवा किया था।
इसके बाद नवंबर में बन्नू से 7 पुलिस अधिकारियों का अपहरण हुआ था। हालांकि, कुछ दिनों बाद उन्हें सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
पिछले साल खैबर पख्तूनख्वा में 5 चीनी नागरिकों को बम धमाके में मारा गया था।
आतंकी संगठन टैंक, डेरा इस्माइल खान, लक्की मरवत और बन्नू इलाके में ज्यादा हमले करते हैं।