भारत-पाकिस्तान के नेताओं की मुलाकातों के बाद देश में कब-कब हुईं आतंकी घटनाएं?
क्या है खबर?
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के 2 दिवसीय भारत दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में हुए एक बड़े आतंकवादी हमले में भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए।
भुट्टो गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे।
भारत और पाकिस्तान के नेताओं के बीच हुईं उच्च स्तरीय मुलाकातों के बाद भारत में पहले भी ऐसी आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं।
हमला
बिलावल भुट्टो के दौरे के बीच राजौरी में हुआ आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में सेना के पैरा स्पेशल फोर्स के जवान शुक्रवार को आतंकवादियों की तलाश में घने जंगल में अभियान चला रहे थे।
इसी बीच IED लगाकार किए गए हमले में 5 जवान शहीद और एक अधिकारी घायल हो गया।
'ऑपरेशन त्रिनेत्र' नामक इस अभियान में कुछ आतंकवादी भी मारे गए हैं, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
वहीं सेना के उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने ग्राउंड जीरो का दौरा भी किया।
मुलाकात
वाजपेयी के पाकिस्तान दौरे के कुछ महीनों बाद छिड़ा था कारगिल युद्ध
फरवरी, 1999 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बस में पाकिस्तान की यात्रा की थी।
वाजपेयी दिल्ली और लाहौर के बीच बस सेवा के उद्घाटन के लिए पाकिस्तान गए थे, जहां उन्होंने अपने पाकिस्तानी समक्षक नवाज शरीफ से मुलाकात की थी।
हालांकि, दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच हुई इस मुलाकात के कुछ महीनों बाद ही पाकिस्तानियों की घुसपैठ के बाद मई में कारगिल युद्ध छिड़ गया था, जिसमें भारत के सैकड़ों जवान शहीद हुए थे।
हमला
2001 में आगरा शिखर सम्मेलन के बाद हुआ था संसद पर हमला
जुलाई,, 2001 में क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए शांति के प्रयास के लिए ऐतिहासिक आगरा शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था।
इसमें भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री वाजपेयी और पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के बीच मुलाकात हुई थी, लेकिन किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं हुए थे।
उसी वर्ष 13 दिसंबर को जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकवादियों ने भारत की संसद पर हमला कर दिया था। इसमें संसद की सुरक्षा में तैनात कई सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे।
हमला
मुंबई हमले के दौरान दिल्ली में मौजूद थे पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी
नवंबर, 2008 में हुए मुंबई हमले के दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी दिल्ली में मौजूद थे।
पूर्व राष्ट्रपति और तत्कालीन विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने अपनी आत्मकथा में बताया था कि उन्होंने कुरैशी को मुंबई में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर तुरंत भारत से जाने के लिए कहा था।
बता दें कि मुंबई हमलों में 9 आतंकवादियों समेत करीब 180 लोग मारे गए थे, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
हमला
पठानकोट हमले से एक हफ्ता पहले मोदी ने किया था लाहौर का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर, 2015 को एक औचक दौरे पर पाकिस्तान के लाहौर पहुंचे थे, जहां उन्होंने अपने समकक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात की थी।
पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने एक दशक से अधिक समय में पाकिस्तान का दौरा किया था।
हालांकि, इस मुलाकात के बमुश्किल हफ्ते बीतने के बाद 2 जनवरी, 2016 को पठानकोट के वायुसेना स्टेशन पर एक आतंकी हमला हुआ था, जिसमें भारतीय सुरक्षाबलों के 7 जवान शहीद हो गए थे।