कनाडा में बैठे खालिस्तानी भारत में खड़े कर रहे आतंकी मॉड्यूल, हथियार भी किए प्रदान- रिपोर्ट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और भारतीय खुफिया एजेंसियां समय-समय पर कनाडा को वहां बैठे खालिस्तानी आतंकियों की गतिविधियों से जुड़ी जानकारी देती रही हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, भारतीय एजेंसियों के डोजियर में गुरजीत सिंह चीमा और गुरजिंदर सिंह पन्नू जैसे आतंकियों का नाम शामिल है। इसके अलावा इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF)और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) के सक्रिय सदस्यों का भी जिक्र है। आइए जानते हैं कि डोजियर में क्या-क्या कहा गया है।
कौन है गुरजीत सिंह चीमा?
गुरजीत सिंह चीमा मूल रूप से पंजाब का रहने वाला है। चीमा वर्तमान में कनाडा के ब्रैम्पटन में रह रहा है और अब कनाडा का नागरिक है। वो ब्रैम्पटन में 'सिंह खालसा सेवा क्लब' का सक्रिय सदस्य है। खालिस्तानी आतंकवाद के सबसे सक्रिय संचालकों में से एक माना जाने वाला चीमा पाकिस्तान स्थित ISYF से जुड़ा है। इस संगठन को भारत प्रतिबंधित कर चुका है और ये वर्षों से भारतीय जांच एजेंसियों के रडार पर है।
पंजाब के युवाओं को बनाता है निशाना
चीमा पंजाब में लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए सिख युवाओं को प्रेरित करके उन्हें कट्टरपंथी बनाने, भर्ती करने और धन उपलब्ध कराने का काम करता है। चीमा 2016-17 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और शिवसेना नेताओं की हत्या में आरोपी है। 2017 में वो आतंकी मॉड्यूल बनाने भारत आया था। तब उसने गुरप्रीत सिंह बरार और सुखमन सिंह को अपने संगठन में शामिल किया था। 2017 में पुलिस ने चीमा से जुड़े 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया था।
कौन है गुरजिंदर सिंह पन्नू?
38 वर्षीय कनाडाई नागरिक गुरजिंदर सिंह पन्नू पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला है। ये वर्तमान में कनाडा के हैमिल्टन में रह रहा है। वो टोरंटो में 'सिंह खालसा सेवा क्लब' से सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है। डोजियर के अनुसार, पन्नू पर आरोप है कि उसने मार्च, 2017 में भारत में ISYF मॉड्यूल के सदस्यों को स्थानीय स्तर पर निर्मित हथियार खरीदने और उनकी गतिविधियों को संचालित करने के लिए धन मुहैया कराया था।
पन्नू भारत में किन गतिविधियों को देता है अंजाम?
पन्नू को पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सिख युवाओं की भर्ती करने के लिए जाना जाता है। उस पर आरोप है कि वो ग्वालियर के बलकार सिंह को फंड भेजता था और उसके संगठन को हथियार भी उपलब्ध कराता था। पन्नू पर भी पाकिस्तानी आतंकियों के साथ मिले होने का आरोप है। पन्नू के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया हुआ है, फिर भी कनाडा ने उस पर कार्रवाई नहीं की।
न्यूजबाइट्स प्लस
खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) भारत के पंजाब राज्य में स्थित एक खालिस्तानी अलगाववादी आतंकवादी संगठन है। इसका मकसद खालिस्तान नाम से एक संप्रभु सिख राज्य का निर्माण करना है। KLF का गठन 1986 में हुआ था। 7 नवंबर, 2014 को जालंधर पुलिस ने इसके 4 सदस्यों को गिरफ्तार कर KLF के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। 2018 में केंद्र सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया था।