कौन था पाकिस्तान में मारा गया आतंकी शाहिद लतीफ, जिसने रची थी पठानकोट हमले की साजिश?
पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ पाकिस्तान के सियालकोट शहर में अज्ञात हमलावरों द्वारा मारा गया। 41 वर्षीय आतंकवादी को शुक्रवार की नमाज के बाद नूर मदीना मस्जिद के पास गोली मारकर हमलावर मौके से भाग गए। लतीफ भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में था और जैश-ए-मोहम्मद का एक प्रमुख सदस्य भी था। वो भारत में आतंकियों को लॉन्च करता था। आइए लतीफ और उसकी आतंकी वारदातों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कौन था आतंकी शहीद लतीफ?
शाहिद लतीफ मूल रूप से पाकिस्तान के गुजरांवाला प्रांत का रहने वाला था। उसका जन्म 1970 में पाकिस्तान के पंजाब में हुआ था। लतीफ छोटा शाहिद भाई उर्फ नूर अली दीन के नाम से भी जाना जाता था और उसके पिता का नाम अब्दुल लतीफ था। वो 16 साल तक भारत की जेल में रहा था। लतीफ 2016 के पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड था। इसके अलावा भी वह कई अन्य आतंकी हमलों में शामिल रहा।
भारत में जैश के आतंकियों की कराता था घुसपैठ
शाहिद लतीफ मौलाना मसूद अजहर के नेतृत्व वाले संगठन जैश-ए-मोहम्मद के भीतर प्रमुख स्थान रखता था। उसे जैश के लॉन्चिंग कमांडर के तौर पर जाना जाता था, जो भारत में जैश के आतंकवादियों की घुसपैठ कराता था। उसे मसूद अजहर ने ही सियालकोट में जैश का लॉन्चिंग कमांडर बनाया था। वह भारत में आतंकवादी हमलों की साजिश रचता था और उन्हें अंजाम देने के लिए आतंकियों को निर्देश देता था।
पठानकोट हमले में क्या थी लतीफ की भूमिका?
2 जनवरी, 2016 की सुबह करीब साढ़े 3 बजे 4 आतंकियों ने पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन में घुसकर फायरिंग की थी, जिसमें सेना के 7 जवान शहीद हुए थे। सेना ने सभी 4 आतंकियों को मार गिराया था। इसके बाद जांच में सामने आया कि लतीफ पाकिस्तान से इन आतंकियों को निर्देश दे रहा था। इसी साल सितंबर में अनंतनाग के कोकरनाग में हुए आतंकी हमले में भी सेना के 5 जवान शहीद हुए थे। इसका भी मास्टरमाइंड लतीफ ही था।
लतीफ 16 साल भारत की जेल में बंद रहा
लतीफ ने 1993 में कश्मीर घाटी में घुसपैठ की थी, लेकिन 12 नवंबर, 1994 में जम्मू में उसे नशीले पदार्थों और आतंकवाद से संबंधित आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया। वो 2010 तक जम्मू जेल में रहा था और 2010 में उसे अमृतसर के वाघा बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान निर्वासित कर दिया गया था। इसके बाद वो फिर से आतंकी साजिशों में लग गया और 6 साल बाद ही भारतीय सेना के पठानकोट अड्डे पर हमला करा दिया।
कंधार विमान हाईजैक के समय की गई थी लतीफ को छोड़ने की मांग
लतीफ कंधार विमान अपहरण में भी शामिल था। दरअसल, 24 दिसंबर 1999 को आतंकियों ने भारत के विमान IC-814 को हाईजैक कर लिया था और इसके बदले भारत की जेलों में बंद 35 आतंकियों को जेल से रिहाकर अफगानिस्तान के कंधार लाने की मांग की गई थी। इन आतंकियों की लिस्ट में शाहिद लतीफ का भी नाम था। आतंकियों ने लोगों को 7 दिनों तक बंधक बनाकर रखा था। हालांकि, तब लतीफ को नहीं छोड़ा गया।
न्यूजबाइट्स प्लस
हाल ही में पाकिस्तान में भारत के कई वांटेड आतंकियों की अज्ञात हमलावरों ने हत्या की है। 20 फरवरी को बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम को रावलपिंडी में अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी थी। 1 अक्टूबर को लश्कर-ए-तैयबा (LeT) प्रमुख आतंकी हाफिज सईद के करीबी कैसर फारूख की कराची में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस सूची में एजाज अहमद अहंगर, सैयद खालिद रजा, मोहम्मद रियाज और सैयद नूर के भी नाम शामिल हैं।