पाकिस्तान एयरलाइन ने काबुल जाने वाली उड़ानें निलंबित कीं, तालिबानी दखल को बताया वजह
क्या है खबर?
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के लिए अपनी उड़ानों को बंद कर दिया है।
कंपनी का कहना है कि अफगानिस्तान में सत्ता संभाल चुके तालिबान के एकतरफा नियमों और कर्मचारियों को मिली धमकियों के बाद यह कदम उठाया गया है।
बता दें कि तालिबान के कब्जे के बाद से फिलहाल PIA एकमात्र ऐसी एयरलाइन कंपनी थी, जो काबुल तक उड़ानें संचालित कर रही थी।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
वजह
किराया कम करवाना चाहता है तालिबान
PIA के प्रवक्ता ने बताया, "तालिबान की भारी मनमानी के कारण हम काबुल जाने वाली उड़ानों को निलंबित कर रहे हैं।"
इससे पहले तालिबान ने PIA से काबुल तक का किराया कम कर अगस्त से पहले के स्तर पर लाने को कहा था, जब अफगानिस्तान में नागरिकों को चुनी हुई सरकार शासन कर रही थी।
तालिबान ने चेतावनी दी थी कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो उनका उड़ानों का संचालन बंद किया जा सकता है।
जानकारी
किराए में हुई कई गुना बढ़ोतरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस्लामाबाद से काबुल तक की PIA की उड़ान का किराया लगभग 1.90 लाख रुपये हो गया है, जबकि अगस्त से पहले तक यह 10,000-15,000 रुपये था। गौरतलब है कि सभी अंतरराष्ट्रीय विमान कंपनियों की अफगानिस्तान जाने वाली उड़ानें बंद हैं।
अफगानिस्तान के परिवहन मंत्रालय ने कहा था कि टिकटों की कीमत पहले की तरह होनी चाहिए। मंत्रालय ने यात्रियों से इसमें किसी भी प्रकार का उल्लंघन पाए जाने पर शिकायत की बात कही थी।
बयान
PIA ने कहा- कर्मचारियों को धमकाते हैं तालिबानी कमांडर
PIA का कहना है जब से तालिबान ने सरकार का गठन किया है, उसके स्टाफ को लगातार धमकी भरे व्यवहार का सामना करना पड़ा है और अंतिम क्षणों में उड़ान की अनुमति और नियमों में बदलाव हो रहा है।
कंपनी ने यह भी कहा कि उसके एक कर्मचारी को तालिबान ने बंदूक की नोक पर घंटों बंधक बना लिया था और काबुल स्थित पाकिस्तानी दूतावास के दखल देने के बाद उसे छोड़ा गया।
जानकारी
बड़ी संख्या में लोग छोड़ना चाहते हैं अफगानिस्तान
तालिबानी शासन में भविष्य की अनिश्चितता और अर्थव्यवस्था पर मंडराते संकट के कारण हजारों की संख्या में लोग देश छोड़ना चाहते हैं और उड़ानों की भारी मांग है। पाकिस्तान के साथ सीमा बंद होने के बाद यह मांग और बढ़ गई है।
जानकारी
तालिबान ने भारत से उड़ानें शुरू करने की मांग की
तालिबान ने पिछले महीने भारत समेत कई देशों को पत्र लिखकर काबुल के लिए वाणिज्यिक उड़ानों का संचालन बहाल करने की मांग की थी।
तालिबान ने सभी देशों को वाणिज्यिक उड़ानों के संचालन में अपना पूर्ण सहयोग करने का वादा करते हुए काबुल हवाई अड्डे की तमाम समस्याओं को भी दूर करने का भरोसा दिलाया था।
तालिबानी प्रवक्ता का कहना था कि विमान सेवा बंद होने से अफगान नागरिकों को परेशानी हो रही है।
मौजूदा हालात
अफगानिस्तान में मौजूदा हालात कैसे हैं?
अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले ही संकट से जूझ रही थी और तालिबान के कब्जे के बाद हालात और बिगड़ गए हैं। अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और अमेरिका आदि देशों ने अफगानिस्तान को जाने वाली मदद रोक दी है।
सुरक्षा के मुद्देे पर भी तालिबानी सरकार को इस्लामिक स्टेट से जुड़े आतंकी संगठनों से जूझना पड़ रहा है।
8 अक्टूबर को एक मस्जिद में हुए बम धमाके में 50 लोगों की मौत हुई थी। यह हालिया दिनों का सबसे बड़ा हमला था।