बांग्लादेश: भीड़ ने कई दुर्गा पूजा पंडालों को नुकसान पहुंचाया, सरकार ने कही कार्रवाई की बात
क्या है खबर?
बांग्लादेश में भीड़ ने कई दुर्गा पूर्जा पंडालों को नुकसान पहुंचाया है। इनमें से अधिकतर घटनाएं बुधवार को कोमिला इलाके में हुई हैं, जिसके बाद सरकार ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, यह हिंसा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जा रहे उन दावों के बाद भड़की, जिनमें कई पूजा स्थलों पर धर्म विशेष के ग्रंथ का अपमान करने की बात कही गई थी।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
हिंसा
कई मंदिरों को भी पहुंचाया गया नुकसान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भीड़ ने चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम के बंशखली, चनईनवाबगंज के शिबगंज और कॉक्स बाजार के पेकुआ में स्थित मंदिरों को नुकसान पहुंचाया है।
कई रिपोर्ट्स में दुर्गा की मूर्ति को भी नुकसान पहुंचाने की बात कही गई है। इस घटना के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
कोमिला के ननुआ दीघिर में भीड़ ने दुर्गा पूजा पंडाल पर हमला कर प्रतिमा को तालाब में फेंक दिया।
बयान
'यह दिन कभी नहीं भूलेंगे'
घटना के बाद बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल ने ट्विटर पर लिखा, 'बांग्लादेश के इतिहास में एक अपमानजनक दिन। कई मंडपों को नुकसान पहुंचाया गया। अष्टमी के दिन प्रतिमा विसर्जन किया गया। हिंदू अब पूरा मंडपों की रक्षा कर रहे हैं। पूरी दुनिया खामोश बैठी है। मां दुर्गा हिंदुओं का भला करे। कभी नहीं भूलेंगे।'
अगले ट्वीट में लिखा गया है कि आगे पता नहीं क्या होगा पर बांग्लादेश के हिंदू इस दिन को कभी नहीं भूलेंगे।
जानकारी
हिंसा में मौत होने की अपुष्ट खबरें
चांदपुर के एक स्थानीय अस्पताल ने मीडिया को बताया कि उनके पास तीन लोगों के शव आए हैं और उनका मानना है कि ये हिंसा में हुई मौतें हैं। हालांकि, पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
कार्रवाई
सरकार ने कही कार्रवाई की बात
बांग्लादेश सरकार ने घटना का संज्ञान लेते हुए हिंसाग्रस्त इलाकों में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया है।
गृह मंत्री असदुज्मान खान ने प्रशासन को हिंसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
घटना के बाद पत्रकारों से बात करते हुए बांग्लादेश के गृह मंत्री ने कहा कि हिंसा करने वाले लोगों की जल्द पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सरकार ने सभी पक्षों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।