
तालिबान के नियंत्रण के बाद सोमवार को काबुल में उतरा पहला विदेशी कमर्शियल विमान
क्या है खबर?
पिछले महीने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद सोमवार को पहली बार एक अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल विमान राजधानी काबुल के हवाई अड्डे पर उतरा।
इस्लामाबाद से काबुल पहुंचे पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरवेजर (PIA) के इस विमान में सिर्फ 10 लोग सवार थे, जिनमें से अधिकतर चालक दल के सदस्य थे। बीते सप्ताह ही PIA ने उड़ान शुरू करने के संकेत दिए थे।
बता दें, पिछले कुछ दिनों से हवाई अड्डे से कमर्शियल उड़ानें बंद थीं।
पृष्ठभूमि
निकासी अभियान के दौरान हवाई अड्डे को पहुंचा था नुकसान
पिछले महीने अमेरिका और दूसरे देशों ने एक लाख से अधिक लोगों को अफगानिस्तान से निकाला था।
निकासी अभियान के दौरान अफगानिस्तान छोड़ना चाह रहे हजारों लोग काबुल हवाई अड्डे पर जमा हो गए थे। इससे कई बार भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी, जिससे हवाई अड्डे को भारी नुकसान पहुंचा था।
इसके बाद से कतर की एक तकनीकी टीम हवाई अड्डे से विमानों का संचालन शुरू करने के काम में लगी हुई थी।
काबुल हवाई अड्डा
3 सितंबर से बहाल हुई थीं घरेलू सेवाएं
PIA के प्रवक्ता ने बीते सप्ताह कहा था एयरलाइन जल्द ही नियमित तौर पर कमर्शियल उड़ानें शुरू करने पर विचार कर रही है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया था कि दोनों देशों की राजधानियों के बीच कितनी उड़ानें होंगी।
बीते सप्ताह कतर ने काबुल से कई चार्टर उड़ानों का संचालन किया था, जिनमें विदेशी नागरिकों को देश से बाहर निकाला गया था। इससे पहले 3 सितंबर को यहां से घरेलू सेवाएं बहाल हो गई थीं।
जानकारी
वापसी के दौरान विमान में सवार हुए करीब 100 यात्री
अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल उड़ानें शुरू होने को बड़ा पल बताते हुए हवाई अड्डे के एक कर्मचारी ने कहा, "हम बहुत उत्साहित हैं। यह उम्मीद से भरा दिन है। अब शायद दूसरी एयरलाइंस भी अपना संचालन शुरू कर सकती हैं।"
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वापसी के दौरान इस विमान में काबुल से लगभग 100 यात्री सवार हुए थे। इनमें से अधिकतर विश्व बैंक और संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के लिए काम करने वाले कर्मचारियों के रिश्तेदार थे।
काबुल
गुरुवार को पहली बार विदेशी नागरिकों को निकाला गया
बीते सप्ताह गुरुवार को 100 से अधिक यात्रियों के साथ एक विमान काबुल से कतर की राजधानी दोहा पहुंचा था।
अफगानिस्तान से अमेरिका का सैन्य अभियान समाप्त होने के बाद यह पहली बार था, जब काबुल हवाई अड्डे से लोगों को दूसरे देश लाया गया था।
कतर ने कहा कि उसने तुर्की के साथ मिलकर काबुल हवाई अड्डे के संचालन, लोगों की निकासी और मदद पहुंचाने के काम को बहाल किया है।
प्रतिक्रिया
अमेरिका ने बताया पहला सकारात्मक कदम
अमेरिका ने भी इस उड़ान को पहला सकारात्मक कदम बताया है।
बीते सप्ताह जब अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ने कतर के अधिकारियों से मुलाकात की थी, तब काबुल हवाई अड्डे से संचालन शुरू करने को लेकर भी बातचीत की गई थी।
कतर का कहना है कि उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब काबुल हवाई अड्डा संचालन के लिए तैयार है। तालिबान ने भी इस मदद के लिए कतर का धन्यवाद किया है।
आश्वासन
तालिबान बोला- जल्द शुरू होंगी सभी उड़ानें
तालिबान के प्रवक्ता जबिहुल्ला मुजाहिद ने हवाई अड्डे से सेवाएं बहाल करने के लिए कतर का धन्यवाद करते हुए कहा कि जल्द ही यहां से कमर्शियल उड़ानों समेत सभी प्रकार की उड़ानें शुरू हो जाएंगी।
तालिबान का कहना है कि वह वैध दस्तावेज वाले यात्रियों को रोकेगा नहीं, लेकिन अधिकतर अफगान नागरिकों के पास ऐसे दस्तावेज नहीं हैं।
दूसरी तरफ जानकारों का कहना है कि हवाई अड्डे का भरोसेमंद और सुरक्षित संचालन तालिबान के लिए बड़ी चुनौती होगी।