15 अगस्त से पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले करने की तैयारी में पाकिस्तान- रिपोर्ट
क्या है खबर?
पाकिस्तान 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आतंकी हमले की साजिश रच रहा है। उसकी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस (ISI) ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी कंट्रोल रूम बनाना शुरू कर दिया है।
इसके अलावा वह आतंकी संगठनों के बीच तालमेल बनाने की कोशिश भी कर रहा है कि ताकि 15 अगस्त के आसपास जम्मू-कश्मीर में हमले किए जा सकें।
आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में घुसाने के लिए पाकिस्तान ने आठ नए रास्ते भी ढूढ़े हैं।
रिपोर्ट
कई आतंकी संगठनों से मिले ISI हैंडलर्स
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, ISI स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर को दहलाने की साजिश कर रहा है और उसने इसके लिए कई आतंकी संगठनों से संपर्क किया है।
खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जुटाई गई जानकारी के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अल-बद्र जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों और ISI के हैंडलर्स के बीच कई बैठकों हो चुकी हैं।
सूत्रों के अनुसार, इन बैठकों में जम्मू-कश्मीर में एक साथ आतंकी हमले करने की योजना बनाई गई।
घुसपैठ
घुसपैठ के लिए LoC पर आठ नए रास्तों की पहचान
इंडिया टुडे द्वारा प्राप्त किए गए खुफिया नोट्स में दिखाया गया है कि कैसे पाकिस्तान PoK में नए आतंकी कंट्रोल रूम बना रहा है और जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ के लिए नए रास्ते तलाश रहा है।
ISI और आतंकी संगठनों ने घुसपैठ के लिए नियंत्रण रेखा (LoC) पर आठ नए रास्तों की पहचान की है, हालांकि वे अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे पाते, इससे पहले ही भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक लग गई है।
घुसपैठ
27 लॉन्चिंग पैड से लगभग 150 आतंकी घुसपैठ करने को तैयार
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने आतंकियों को लॉन्च करने के लिए LoC के पास 27 नए लॉन्चिंग पैड को सक्रिय कर दिया है और 15 अगस्त से पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने के प्रयासों को तेज कर दिया है।
इन लॉन्चिंग पैड पर नए आतंकियों को लाया जा रहा है और जून के बाद से विभिन्न लॉन्च पैड्स पर लगभग 146 आतंकियों को घुसपैठ के लिए तैयार रखा हुआ है।
आतंकी घटनाएं
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ समय में बढ़ी हैं आतंकी घटनाएं
जम्मू-कश्मीर में सीमा पर कुछ समय शांति रहने के बाद पिछले कुछ हफ्तों से आतंकी घटनाओं में इजाफा देखा जा रहा है।
साथ ही सुरक्षाबलों पर हो रहे हमलों में विदेशी आतंकियों की भागीदारी भी बढ़ी है।
इस साल जम्मू-कश्मीर में 86 आतंकवादी मारे गए हैं। इनमें से 36 आतंकियों को जून-जुलाई में हुए 16 एनकाउंटरों में ढेर किया गया है।
अकेले जुलाई में 10 से अधिक एनकाउंटरों में चार पाकिस्तानी आंतकियों समेत 20 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं।
आतंकी
लगभग 70 स्थानीय युवा हो चुके हैं आतंकी संगठनों में शामिल
आतंकी संगठनों में शामिल होने वाले स्थानीय युवाओं की संख्या भी लगभग समान बनी हुई है।
15 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर के 69 युवा आतंकी संगठनों में भर्ती हुए थे। पिछले साल यह संख्या 85 थी। आतंकी संगठनों में जाने वाले युवाओं में से अधिकतर शोपियां, कुलगाम और पुलवामा के रहने वाले हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने कहा था कि तकनीक की मदद से युवाओं को आतंकी संगठन में शामिल होने से पहले ही रोक लिया जाता है।