चीन: महामारी ने बीच राष्ट्रपति शी जिनपिंग का संदेश, बोले- हमारे सामने है उम्मीद की किरण
चीन में जीरो कोविड नीति हटने के बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। इस बीच नए साल पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, ''महामारी पर नियंत्रण पाने और इसकी रोकथाम के लिए हर संभंव प्रयास किए जा रहे हैं। नई उम्मीद की किरण हमारे सामने है।'' दरअसल, चीन में हालात बेकाबू हो गए हैं। श्मसान घाटों पर भीड़ है और अस्पतालों में मरीजों की कतारें हैं। फार्मेसियों पर दवाइयां खत्म हो चुकी है।
जिनपिंग ने किया महामारी से मिलकर लड़ने का आह्वान
जिनपिंग ने कहा, "महामारी की रोकथाम और नियंत्रण के बीच हम नए साल में प्रवेश करने जा रहे हैं और आशा की किरण हमारे ठीक सामने है। ऐसे में लोगों को मिलकर इस महामारी का मुकाबला करने में सरकार का सहयोग करना चाहिए। चीन सरकार ने खुद यह स्वीकार किया है कि उसके पास मौजूद परिस्थितियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य ढांचा मौजूद नहीं है। प्रतिबंधों के हटने से कोरोना संक्रमितों को ट्रैक करना भी अब असंभव हो चुका है।
जमीनी हकीकत से मेल नहीं खा रहे आंकड़े
चीन ने शनिवार को अपनी 1.4 अरब की आबादी में से 7,000 से अधिक लोगों के कोरोना संक्रमित होने और एक व्यक्ति की मौत होने की पुष्टि की गई है। हालांकि, यह आंकड़े जमीनी हकीकत से मेल नहीं खा रहे हैं और इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी चीन से सही आंकड़े पेश करने की बात कह चुका है। 8 जनवरी से चीन आने वाले यात्रियों के लिए जरूरी क्वारंटाइन की बाध्यता भी खत्म हो रही है।
कई यूरोपीय देशों ने कोरोना नेगटिव रिपोर्ट की अनिवार्य
फ्रांस, इटली, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान सहित कई यूरोपीय देशों ने घोषणा की है कि उन्हें चीन से आने वाले यात्रियों से कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट की आवश्यकता होगी। शनिवार को कनाडा ने भी चीन से अपने यहां आने वाले यात्रियों के लिए ऐहतियातन रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है। इधर, चीन में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामले देखते हुए मोरक्को ने भी चीन से आने वाले सभी यात्रियों पर प्रतिबंध लगा रखा है।
चीन के खिलाफ प्रतिबंध पर क्या बोला- WHO
WHO प्रमुख डॉ टेड्रोस अधेनोम गैब्रेयेसस ने कहा कि बीजिंग में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के मद्देनजर कई देशों ने ऐहतियाती कदम उठाए हैं और यह समझने योग्य है। उन्होंने कहा कि चीन के खिलाफ एकतरफा कार्रवाइयां पिछले तीन सालों में प्राप्त सभी अनुभव और सबूतों के विपरीत हैं। इस देश के यात्रियों के लिए अन्य प्रतिबंध लगाना न तो वैज्ञानिक रूप से उचित है और न जोखिम पर आधारित। इस लेकर अगले सप्ताह सभी देशों से बात करेंगे।
हर दिन 25,000 लोग गंवा सकते हैं जान- रिसर्च
अमेरिका की एक शोध फर्म एयरफिनिटी के अनुसार, चीन में 13, जनवरी 2023 को कोरोना संक्रमण अपने चरम पर पहुंच जाएगा। वहां एक दिन में 37 लाख मामले सामने आएंगे, जबकि इसके 10 दिन बाद लगभग हर दिन 25,000 लोगों की संक्रमण के चलते मौत होने का अनुमान है। वहीं दिसंबर के बाद से जनवरी के अंत तक मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 5,84,000 के पार हो जाएगा और अप्रैल में यह 17 लाख के करीब पहुंच जाएगा।
चीन में पिछले एक महीने हुई एक लाख लोगों की मौत
एयरफिनिटी ने कहा कि चीन में 1 दिसंबर से अब तक एक लाख से अधिक मौतें हो चुकी हैं, वहीं इसी अवधि में 1.86 करोड़ से अधिक मामले सामने आए। कंपनी ने बताया कि उसने चीन के अलग-अलग प्रांतों में हालिया समय में हुए बदलावों और रिपोर्ट किए गए मामलों के आधार पर यह अनुमान लगाया है। गौरतलब है कि चीनी सरकार ने कुछ समय पहले आधिकारिक तौर पर बिना लक्षण वाले मामलों की जानकारी देना बंद कर दिया था।