दिल्ली के सरकारी अस्पताल में नहीं है एक भी कोरोना संक्रमित मरीज- स्वास्थ्य मंत्री
कोरोना वायरस महामारी से लंबे समय तक जूझी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अब लागातार हालात सुधरते जा रहे हैं। यहां संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है और अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बहुत कम रह गई है। दिल्ली सरकार द्वारा संचालित लोकनायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में तो वर्तमान में एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं है। मार्च 2020 के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह जानकारी दी है।
स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री जैन ने गुरुवार को ट्वीट कर LNJP अस्पताल में एक भी कोरोना मरीज नहीं होने की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, 'तीसरी लहर के सभी कोविड संक्रमितों को LNJP अस्पताल से सफलतापूर्वक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। मार्च 2020 के बाद पहली बार अस्पताल में कोविड से संक्रमित एक भी मरीज भर्ती नहीं है। पूरी चिकित्सा बिरादरी को उनकी समर्पित सेवा के लिए सलाम करता हूं।' यह दिल्ली के लिए बड़ी राहत की बात है।
LNJP है दिल्ली का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल
बता दें कि LNJP दिल्ली का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में सबसे प्रमुख अस्पताल रहा है, जिसमें देशी सहित विदेशी मरीजों का भी उपचार किया गया है। बता दें कि मध्य दिल्ली में स्थित ब्रिटिश कालीन इस अस्पताल में 2,000 बेड्स हैं और मार्च 2020 में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद इसे तत्काल ही कोरोना वायरस समर्थित अस्पताल के रूप में बदल दिया गया था।
अस्पताल निदेशक ने बताया सभी की मेहनत का परिणाम
LNJP अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ सुरेश कुमार ने इस मील के पत्थर को टीम के रूप में काम और सभी डॉक्टरों, नर्सों, अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दिखाए गए समर्पण की भावना का परिणाम बताया है। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान पूरे स्टाफ ने पूरे मनयोग से काम किया है। अस्पताल में दिल्ली और अन्य राज्यों के लोगों का उपचार किया जा रहा है। यहां दूसरी और तीसरी लहर की चपेट में आए मरीजों का भी उपचार किया गया।
अस्पताल में UK और दक्षिण अफ्रीका के मरीजों का भी उपचार हुआ- डॉ सुरेश
डॉ सुरेश ने कहा कि अस्पताल में दूसरी लहर के दौरान यूनाइटेड किंगडम (UK) यूके के कोरोना संक्रमितों का उपचार किया गया था। इसी तरह तीसरी लहर में दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों के कई लोगों का इस अस्प्ताल में उपचार किया गया था।
दिल्ली में क्या है कोरोना संक्रमण की स्थिति?
बता दें कि दिल्ली में 13 जनवरी, 2022 को संक्रमण के सबसे अधिक 28,867 मामले सामने आने के बाद से नए मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। बुधवार को शहर में संक्रमण के महज 144 नए मामले सामने आए थे और एक मरीज की मौत हुई थी। इसके साथ ही यहां संक्रमितों की कुल संख्या 18,63,345 पर पहुंच गई है। इनमें से 26,144 की मौत हुई है। टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 0.39 प्रतिशत पर आ गई है।
दिल्ली के अस्पतालों में बचे हैं केवल 91 मरीज
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरुवार सुबह जारी किए गए डाटा के अनुसार, यहां के अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों की उपचार के लिए कुल 10,316 बेड उपलब्ध हैं और वर्तमान में इनमें से केवल 91 पर ही मरीज भर्ती रहे हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,539 नए मामले सामने आए और 60 मरीजों की मौत दर्ज हुई। इनमें पुरानी मौतें भी शामिल हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 4,30,01,477 हो गई है। इनमें से 5,16,132 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 30,799 रह गई है। ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण आई तीसरी लहर के बाद देश में स्थिति सामान्य हो गई है।