कई देशों में तेजी से बढ़ने लगे कोरोना के मामले, भारत ने लिया तैयारियों का जायजा
क्या है खबर?
पिछले कुछ दिनों से कई देशों में कोरोना वायरस के मामलों में तेज उछाल दर्ज किया जा रहा है। इसे देखते हुए भारत ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने उच्च-स्तरीय बैठक कर भारत की तैयारियों और सतर्कता का जायजा लिया था।
गौरतलब है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण आई तीसरी लहर के बाद हालात बेहतर हो रहे हैं और कई राज्य पाबंदियां कम कर चुके हैं।
कोरोना वायरस
बीते सप्ताह 11 प्रतिशत बढ़े नए मामले
13 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में वैश्विक स्तर पर कोरोना मामलों की संख्या 8 प्रतिशत उछाल देखा गया। 7 से 13 मार्च तक दुनियाभर में 1.1 करोड़ मामले सामने आए और करीब 43,000 मौतें हुईं। यह जनवरी के बाद का सबसे बड़ा उछाल है।
एशिया की बात करें तो चीन, हांगकांग, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में मामले बढ़ रहे हैं। चीन ने संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के कारण लॉकडाउन लगा दिया है।
कारण
क्या है बढ़ते मामलों की वजह?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब वेरिएंट BA.2 के तेज प्रसार और कम होती पाबंदियों के चलते मामलों में तेजी देखी जा रही है।
संगठन के प्रमुख डॉ टेड्रोस अधेनोम ग्रैबेयसस ने चेताते हुए कहा कि कई देशों में टेस्टिंग कम होने के बाद भी यह इजाफा देखा जा रहा है। इसका मतलब है कि यह एक बड़े संकट की शुरुआत है।
उन्होंने वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार को भी मामले बढ़ने की एक वजह बताई है।
कोरोना वायरस
अफ्रीका और यूरोप में भी तेज हुई संक्रमण की रफ्तार
अफ्रीका में भी नए मामलों में 12 प्रतिशत और मौतों में 14 प्रतिशत का उछाल देखा गया है। इसी तरह यूरोप में नए मामले 2 प्रतिशत बढ़े हैं, लेकिन यहां मौतें नहीं बढ़ी हैं।
कई जानकारों ने अनुमान जताया है कि यूरोप में महामारी की नई लहर दस्तक दे रही है।
दरअसल, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन और नीदरलैंड में इस महीने की शुरुआत से नए मामलों में इजाफा देखा जा रहा है।
कोरोना संकट
अमेरिका में भी नई लहर का खतरा
यह भी आशंका जताई जाने लगी है कि यूरोप की तरह अमेरिका भी महामारी की नई लहर का सामना कर सकता है। इसकी बड़ी वजह BA.2 का प्रसार, पाबंदियों में कमी और वैक्सीनेशन के महीने बीत जाने के कारण लोगों में कम होती प्रतिरक्षा होगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को यह बात ध्यान रखनी होगी कि कोरोना अभी तक खत्म नहीं हुआ है। इसलिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाना जरूरी है।
वैश्विक स्थिति
दुनियाभर में संक्रमण की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 46.39 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 60.58 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 7.96 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 9.68 लाख लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।
भारत में अब तक 4.30 करोड़ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 5.16 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।