अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी, जगन रेड्डी और अडाणी के खिलाफ मुकदमा दर्ज, सौंपे गए समन
अमेरिका में भारतीय मूल के एक डॉक्टर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और जाने-माने कारोबारी गौतम अडाणी के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। पेगासस स्पाईवेयर मामले और भ्रष्टाचार समेत कई आरोपों में यह मुकदमा दायर किया गया है। कोलंबिया की जिला अदालत ने इन नेताओं समेत मुकदमे में नामित व्यक्तियों को समन जारी किया था, जो इन्हें भारत में सौंप दिया गया था।
किसने किया मुकदमा?
रिचमंड में रहने वाले भारतीय मूल के एक डॉक्टर लोकेश वुयुरू ने यह मुकदमा दर्ज किया है। इन तीनों के अलावा उन्होंने वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम के संस्थापक के खिलाफ भी उन्होंने मुकदमा दायर किया है। बिना कोई सबूत जमा कराए लोकेश ने आरोप लगाए हैं कि मोदी, रेड्डी और गौतम अडाणी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन्होंने कथित तौर पर बड़ी रकम अमेरिका में ट्रांसफर की है और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ पेगासस स्पाईवेयर इस्तेमाल किया है।
24 मई को दर्ज हुआ मुकदमा
यह मामला 24 मई को दर्ज कराया गया था, जिसके बाद 22 जुलाई को अदालत ने समन जारी कर दिए। भारत में मोदी, रेड्डी और अडाणी को 4 अगस्त को ये समन मिल गए थे।
शिकायतकर्ता की हो रही आलोचना
भारतीय-अमेरिकी मूल के प्रसिद्ध वकील रवि बत्रा ने इस मुकदमे को लेकर लोकेश की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि उनके पास बहुत खाली समय है और वो अदालतों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने अमेरिका के सहयोगी देश भारत को बदनाम करने की नियत से 53 पन्नों की शिकायत दी है। बत्रा ने कहा कि कोई भी वकील उनकी शिकायत पर हस्ताक्षर करने को तैयार नहीं हुआ था, यह अपने आप में काफी कुछ बताता है।
बत्रा ने बताया 'मृत मुकदमा'
बत्रा ने इसे 'मृत मुकदमा' बताते हुए कहा कि डॉ अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। वो जिसके खिलाफ भी मन हो, मुकदमा दायर कर देते हैं। यह मुकदमा 'अतिरिक्त-क्षेत्रीयता और विदेशी संप्रभु प्रतिरक्षा अधिनियम ' का भी उल्लंघन है और पहले भी ऐसे एक मुकदमे को बर्खास्त करवाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि दिक्कत यह है यहां अदालतों के सम्मान से खिलवाड़ करने को लेकर कोई नियम नहीं है।