ओमिक्रॉन वेरिएंट: इजरायल में अधिक जोखिम वाले लोगों को वैक्सीन की चौथी खुराक लगाने की तैयारी
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट ने महामारी से जल्द बाहर निकलने की दुनिया की योजनाओं पर पानी फेर दिया है और एक बार फिर से सारे देश वायरस के प्रकोप से बचने की कोशिश में लग गए हैं। इसी दिशा में इजरायल संक्रमण के अधिक जोखिम वाले अपने नागरिकों को कोविड वैक्सीन की चौथी खुराक लगाने की तैयारी कर रहा है। अगर वह ऐसा करता है तो ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश होगा।
स्वास्थ्य पैनल के विशेषज्ञ पैनल ने की चौथी खुराक की सिफारिश
अधिक जोखिम वाले समूहों को वैक्सीन की चौथी खुराक लगाने की यह सिफारिश इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय के एक विशेषज्ञ पैनल ने की है। अपनी सिफारिश में उसने ओमिक्रॉन वेरिएंट को रोकने के लिए 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों और स्वास्थ्यकर्मियों को चौथी खुराक लगाने को कहा है। पैनल ने तीसरी खुराक के कम से कम चार महीने बाद चौथी खुराक लगाने की सिफारिश की है।
पैनल ने दूसरी और तीसरी खुराक के बीच अंतराल घटाने को भी कहा
पैनल ने दूसरी और तीसरी खुराक के बीच के अंतराल को पांच महीने से घटाकर तीन महीने करने का सुझाव भी दिया है। पैनल के अनुसार, ये कदम महामारी की पांचवीं लहर के लिए की जा रही तैयारी का हिस्सा हैं। पैनल में शामिल डॉ अर्नोन शहर ने कहा, "ओमिक्रॉन के खिलाफ सुरक्षा कम होती हुई दिख रही है। ये लहर चौंकाने वाली तेजी से बढ़ रही है। 80 प्रतिशत पैनल ने इस कदम का समर्थन किया।"
अभी लागू नहीं हुई सिफारिश, प्रधानमंत्री ने किया स्वागत
बता दें कि चौथी खुराक लगाने की ये सिफारिश अभी लागू नहीं हुई हैं और इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक की अनिवार्य है। वो कम मंजूरी देंगे, इस पर मंत्रालय ने अभी तक कुछ नहीं कहा है। हालांकि प्रधानमंत्री नेफ्टाली बेनेट ने इन सिफारिशों का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह एक अच्छी खबर है जो दुनियाभर में फैल रही ओमिक्रॉन की लहर को काबू करने में मदद करेगी।
इजरायल में अभी क्या है वैक्सीनेशन की स्थिति?
शुरूआती चरण में दुनियाभर में सबसे अधिक तेजी से वैक्सीनेशन करने वाले इजरायल में हालिया समय में इसकी रफ्तार कम हुई है। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अभी तक देश की लगभग 62 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराकें लग चुकी हैं। ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए देश में तीसरा यानि बूस्टर खुराक भी लगाई जा रही है। यहां अभी तक ओमिक्रॉन के 340 मामले सामने आ चुके हैं।
बूस्टर खुराक से काबू में किया जा सकता है ओमिक्रॉन
बता दें कि ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचाव में बूस्टर खुराक को बेहद अहम माना जा रहा है। मौजूदा वैक्सीनों की दो खुराकें इस वेरिएंट के खिलाफ ज्यादा प्रभावी नहीं हैं और बूस्टर खुराक की मदद से ही इसे कुछ हद तक काबू में किया जा सकता है। इसी कारण अमीर देशों ने अपने नागरिकों को बूस्टर खुराक लगाना शुरू कर दिया है। इजरायल ने तो अपने नागरिकों को चौथी खुराक लगाना भी शुरू कर दिया है।