मुंबई: कई अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मी और नेता ले चुके तीसरी खुराक- रिपोर्ट
क्या है खबर?
मुंबई में कई स्वास्थ्यकर्मियों, नेताओं और उनके साथ काम करने वाले लोगों ने कोरोना वायरस वैक्सीन की तीसरी खुराक (बूस्टर शॉट) ले ली है।
देश में अभी तक तीसरी खुराक को आधिकारिक मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन बताया जा रहा है कि इन स्वास्थ्यकर्मियों और नेताओं ने इसके लिए कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन नहीं किया और नए मोबाइल नंंबरों का इस्तेमाल कर यह खुराक लगवाई है।
कुछ ने खुराक लेने से पहले एंटीबॉजी लेवल की जांच की थी।
जानकारी
कई अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मी ले चुके तीसरी खुराक
TOI ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट किया है कि मुंबई के कई अस्पतालों में स्वास्थ्यकर्मी तीसरी वैक्सीन की तीसरी खुराक ले चुके हैं।
एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि तीसरी खुराक लेने वालों में वो डॉक्टर भी शामिल हैं, जिनको फरवरी तक वैक्सीन की दूसरी खुराक लग चुकी थी और जांच करने में पता चला कि उनकी एंटीबॉडीज कम हो रही हैं।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्यकर्मी ब्रेकथ्रू इंफेक्शन और नए वेरिएंट्स को लेकर चिंतित हैं।
वैक्सीनेशन
कोविशील्ड को प्राथमिकता दे रहे अधिकतर लोग
एक युवा नेता, उसके परिवार और स्टाफ के लोगों ने भी वैक्सीन की तीसरी खुराक लगवा ली है। एक सूत्र ने बताया कि अधिकतर लोग तीसरी खुराक के लिए कोविशील्ड को प्राथमिकता दे रहे हैं।
बूस्टर शॉट देने के लिए कई बार एक शीशी से 10 की जगह 11 खुराकें निकाली जाती हैं तो कई बार शीशी खुलने पर अगर कोई लाभार्थी नहीं पहुंचता तो उसमें बची खुराकें स्वास्थ्यकर्मियों को दे दी जाती हैं।
प्रतिक्रिया
क्या कहते हैं अधिकारी?
महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) प्रदीप व्यास ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कई मामलों में तीसरी खुराक जानलेवा साबित हो सकती है।
वहीं अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकणी ने कहा कि एक शीशी से अतिरिक्त खुराक निकालकर लोगों को लगाई जा रही होगी। अगर शीशी से अतिरिक्त खुराक निकालकर किसी को दी जा रही है तो रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं, लेकिन जो लोग बूस्टर शॉट ले रहे हैं उन्हें कैसे पता कि इससे उनको फायदा होगा।
वैक्सीनेशऩ अभियान
क्या तीसरी खुराक की जरूरत होगी?
अमेरिका और जर्मनी जैसे कई अमीर देश अपनी आबादी को तीसरी खुराक लगाना शुरू कर चुके हैं।
दूसरी तरफ विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि अभी लोगों को तीसरी खुराक लगाने की जरूरत नहीं है और उपलब्ध खुराकों को गरीब देशों में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
भारत में तीसरी खुराक देना शुरू नहीं किया गया है, लेकिन कई जानकार कह चुके हैं कि पर्याप्त आंकड़े मौजूद होने के बाद अगले साल से इसकी शुरुआत हो सकती है।
वैक्सीनेशन अभियान
देश में क्या है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 77,24,25,744 खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
बीते दिन 63,97,972 खुराकें लगाई गईं। धीरे-धीरे वैक्सीनेशन अभियान रफ्तार पकड़ रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में 58,26,06,905 लोगों को पहली और 18,98,18,839 लोगों को दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं।
सरकार ने दिसंबर तक पूरी व्यस्क आबादी को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा है।