गाजा में इजरायल जमीनी हमले को तैयार, अमेरिका बोला- उनको खुद फैसले लेने का अधिकार
इजरायल-हमास युद्ध के बीच बड़ी खबर है। इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने ऐलान किया है कि देश की दक्षिणी सीमा पर तैनात जवान गाजा पट्टी पर हमले के लिए तैयार हैं। IDF के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने कहा, "मैं स्पष्ट करना चाहता हूं, हम हमले के लिए तैयार हैं और इजरायल के नेताओं के साथ गाजा पर जमीनी हमले का 'सटीक समय' तय करने की प्रक्रिया में है।"
बेंजामिन नेतन्याहू बोले- हमास का खत्म करके ही रुकेगा इजरायल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली प्रधानमंत्री मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा सीमा पर इजरायली सैनिकों से मुलाकात के दौरान उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा, "इजरायल का सिर्फ एक ही काम है- हमास को कुचलना। युद्ध तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि आतंकी संगठन हमास पूरी तरह से नष्ट नहीं हो जाता। गाजा पर सोमवार को इजरायली सैनिकों की कार्रवाई से उसे अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है और हमें अगले कदम के लिए तैयार रहना है।"
अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- इजरायल स्वयं ले सकता है फैसले
इजरायली बलों की गाजा में संभावित जमीनी हमले की कार्रवाई की अटकलों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि इजरायल अपने फैसले स्वयं ले सकता है। इससे पहले अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र (UN) की बैठक में कहा कि युद्ध विराम से हमास के आतंकियों को फायदा होगा। उसने स्पष्ट किया है कि जब तक हमास सभी बंधकों को रिहा नहीं कर देता है, तब तक युद्ध विराम के बारे में कोई बातचीत नहीं की जा सकती।
इजरायली सेना ने सीरियाई सैन्य ठिकानों पर किया हमला
इसी बीच मंगलवार रात को IDF ने सीरियाई सैन्य ठिकानों पर हमला किया। इजरायली सेना ने कहा कि कल सीरिया की तरफ से गोलन हाइट्स में इजराइली लोगों पर रॉकेट दागे गए थे, जिसके जवाब में IDF लड़ाकू विमानों ने सीरियाई सेना से संबंधित सैन्य बुनियादी ढांचे और मोर्टार लॉन्चरों पर हमला किया है। इसके अलावा इजरायली बलों ने देर रात वेस्ट बैंक इलाके में भी जमीनी छापेमारी की कार्रवाई की।
युद्ध में अब तक लगभग 8,000 नागरिकों की मौत
7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर इतिहास का सबसे भीषण हमला करते हुए सैकड़ों इजरायलियों को मार डाला था। इसके बाद से इजरायली सेना की गाजा पट्टी पर जवाबी कार्रवाई जारी है। इस भीषण युद्ध में लगभग 8,000 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें हमास के 1,500 से अधिक आतंकी भी शामिल हैं। इजरायल में लगभग आम 1,400 नागरिकों की मौत हुई हैं, वहीं गाजा में 5,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।