G-20: अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के भारत दौरे से संशय के बादल हटे, कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने पर से संशय के बादल हट गए हैं। बाइडन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाले शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। व्हाइट हाउस के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति की कोरोना जांच रिपोर्ट दोबारा नेगेटिव आई है। वह शिखर सम्मेलन के लिए गुरुवार को भारत की यात्रा पर आएंगे और शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
भारत दौरे पर बाइडन कोविड प्रोटोकॉल का करेंगे पालन- व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन अपनी भारत यात्रा के दौरान रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के कोविड प्रोटोकॉल का पालन करेंगे। उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति बाइडन की कोरोना जांच रिपोर्ट सोमवार और मंगलवार को नेगेटिव आई है। वह CDC के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे और अपना मास्क पहनकर रहेंगे।" उन्होंने कहा, "अमेरिकी राष्ट्रपति और अन्य सभी स्टाफ की नई दिल्ली की यात्रा से पहले कोरोना जांच होगी।"
भारत दौरे पर क्या-क्या करेंगे बाइडन?
अमेरिका का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने कहा, "गुरुवार को राष्ट्रपति बाइडन G-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने नई दिल्ली जाएंगे। शुक्रवार को बाइडन प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे और अगले 2 दिन वह G-20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्र में शामिल होंगे।" दरअसल, सोमवार को अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं, जिसके बाद से राष्ट्रपति बाइडन के भारत दौरे पर संशय बना हुआ था।
सुलिवन बोले- अमेरिका G-20 समूह के लिए प्रतिबद्ध
NSA सुलिवन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं और वह G-20 समूह के अन्य भागीदारों के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, "हमारा मानना है कि दुनिया इस सप्ताह के अंत में नई दिल्ली में यही देखेगी। G-20 के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता कम नहीं हुई है। हमें उम्मीद है कि G-20 शिखर सम्मेलन यह संदेश देगा कि दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी मिलकर काम कर सकती हैं।"
शिखर सम्मेलन में इन मुद्दों पर रहेगा अमेरिका का ध्यान
NSA सुलविन के कहा, "G-20 सम्मलेन में अमेरिका का ध्यान विकासशील देशों के लिए काम करने, जलवायु से लेकर प्रौद्योगिकी तक अमेरिकी लोगों की प्रमुख प्राथमिकताओं पर प्रगति करने और एक ऐसे मंच के रूप में G-20 के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने पर होगा, जो वास्तव में काम कर सकता है।" उन्होंने कहा, "अमेरिकी राष्ट्रपति वैश्विक अर्थव्यवस्था के नेता के रूप में G-20 सदस्यों से आर्थिक संकट के जूझ रहे देशों को ऋण प्रदान करने का आह्वान भी करेंगे"
न्यूजबाइट्स प्लस
अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर बाइडन पहली बार भारत दौरे आ रहे हैं। वह भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने चाहते हैं। इस दौरान भारत-अमेरिका के बीच कई समझौतों पर सहमति बन सकती है। इनमें छोटे परमाणु रिएक्टर स्थापित करने और लड़ाकू विमान इंजन का निर्माण शामिल है। इसके अलावा भारत-अमेरिका के बीच शैक्षणिक कार्यक्रमों को बढ़ाने, H-1B वीजा नियमों में ढील और दोनों देशों में अपने-अपने नए दूतावास खोलने की घोषणा हो सकती है।