यूक्रेन में सैन्य अभियान का पहला चरण पूरा हुआ, अब पूर्वी हिस्सों पर ध्यान- रूस
रूस ने कहा है कि यूक्रेन में सैन्य अभियान का 'पहला चरण' पूरा हो गया है और अब वह पूर्वी यूक्रेन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। रूस के फर्स्ट डिप्टी चीफ ऑफ जनरल स्टाफ कर्नल जनरल सार्गेई रुड्सकोय ने कहा, "अभियान के पहले चरण का मुख्य काम पूरा हो गया है। यूक्रेनी सेना की लड़ने की क्षमता को बहुत हद तक कम कर दिया गया है। इससे हमें हमारे लक्ष्य- डोनबास की आजादी पर ध्यान देने में मदद मिलेगी।"
यूक्रेनी शहरों पर हमलों को लेकर क्या बोला रूस?
शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग में बोलते हुए रुड्सकोय ने कहा, "लोग और विशेषज्ञ सोच रहे हैं कि हम यूक्रेन के अवरूद्ध हो चुके शहरों में क्या कर रहे हैं। यहां हमारे कदम सैन्य ठिकानों, उपकरणों और यूक्रेनी सैनिकों को ऐसा नुकसान पहुंचाने के लिए है ताकि उनकी सेना को कमजोर किया जा सके और जब तक रूसी सेना लुहांस्क और दोनेत्सक को पूरी तरह आजाद नहीं करवा लेती, वो डोनबास में मजबूत न हो सके।"
लुहांस्क और दोनेत्सक को स्वतंत्र घोषित कर चुका है रूस
बता दें कि युद्ध शुरू करने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनबास क्षेत्र में पड़ने वाले लुहांस्क और दोनेत्सक को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता दी थी। अब रूसी सेना पूरे डोनबास इलाके की आजादी की बात कर रही है। युद्ध की घोषणा करते समय पुतिन ने कहा था कि यूक्रेन का विसैन्यीकरण करना उनका लक्ष्य है। बाद में उन्होंने कहा कि युद्ध उम्मीद के मुताबिक चल रहा है।
रूस ने मानी 1,351 सैनिकों के मरने की बात
रूसी सैन्य अधिकारी का यह बयान ऐसे समय आया है, जब रूस की सेना को कीव और खारकीव जैसे यूक्रेनी शहरों में भारी प्रतिरोध का सामना करना पड़ा है। वह यूक्रेन के ऊपर पूरी तरह हवाई बढ़त भी नहीं बना पाया है और उसके हजारों सैनिक मारे जा चुके हैं। रुड्सकोय ने माना कि यूक्रेन में उनके 1,351 सैनिक मारे जा चुके हैं। हालांकि, यूक्रेन और अमेरिका आदि का कहना है कि यह संख्या कहीं ज्यादा है।
रूस के इस बयान के क्या मायने?
रुड्सकोय ने कहा कि अब उनकी सेना का मुख्य उद्देश्य डोनबास की पूर्ण आजादी है और उसका हर कदम इसी पर केंद्रित होगा। उन्होंने नागरिकों और रिहायशी इलाकों को निशाना न बनाने का भी दावा किया है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या इस बयान को रूस की तरफ से अपने लक्ष्य बदलने को तौर पर देखा जा सकता है या यह लोगों तक नया संदेश पहुंचाने की कोशिश है।
एक महीने से अधिक समय से चल रहा है युद्ध
24 फरवरी को शुरू हुए रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को एक महीने से अधिक वक्त हो चुका है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उनकी सेना ने रूस को घातक नुकसान पहुंचाया है और अब तक 16,000 आक्रमणकारियों को मार गिराया गया है। इसी बीच रूस पर स्कूलों, अस्पतालों और धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाने के आरोप लगे हैं। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय भी रूस को हमला रोकने का आदेश दे चुका है।