गौतम अडाणी रिश्वतखोरी मामला: अमेरिकी नियामक ने जांच में भारत से मदद मांगी
क्या है खबर?
अमेरिका में भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी और उनके भतीजे सागर अडाणी के खिलाफ रिश्वतखोरी मामले में नई जानकारी सामने आई है।
अमेरिका के प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) ने मामले में जांच के लिए भारत सरकार से मदद मांगी है।
SEC ने मंगलवार को न्यूयॉर्क जिला कोर्ट को बताया कि दोनों विदेश में रहते हैं, इसलिए उन तक शिकायत पहुंचाने के प्रयास जारी हैं और इसके लिए भारत सरकार से भी मदद ली जा रही है।
जांच
SEC ने कोर्ट को क्या बताया?
अमेरिकी SEC ने कोर्ट को दिए पत्र में बताया कि गौतम और सागर अडाणी भारत में रहते हैं, इसलिए संघीय सिविल प्रक्रिया नियम का 4(f) नियम शिकायत और समन की सेवा को नियंत्रित करता है।
अमेरिकी आयोग ने बताया कि उन्होंने भारत के कानून और न्याय मंत्रालय से हेग सेवा कन्वेशन अनुच्छेद 5(A) के तहत सहायता का अनुरोध किया है।
SEC ने प्रतिवादियों और उनके वकील से भी संपर्क कर उनको मुकदमे की नोटिस और शिकायत की प्रतियां भेजी है।
आरोप
अडाणी समूह पर क्या है आरोप?
अमेरिकी SEC ने अडाणी समूह पर अमेरिका की बिजली कंपनियों के साथ सौर ऊर्जा अनुबंध के लिए भारतीय अधिकारियों को 2,000 करोड़ रुपये से अधिक रिश्वत देने का आरोप लगाया है।
दावा है कि ये बात अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छिपाई गई। समूह को अनुबंध मिलने से करीब 16,000 करोड़ रुपये लाभ की उम्मीद थी।
अमेरिकी कोर्ट ने अडाणी और उनके भतीजे सागर समेत 8 को आरोपी बनाया है। आरोपों को समूह ने नकारा है।