#NewsBytesExplainer: क्या गोपनीय दस्तावेज मामले में गिरफ्तार होंगे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब गोपनीय दस्तावेजों से जुड़े मामले में ट्रंप के खिलाफ मुकदमा चलेगा। ट्रंप पर आरोप है कि वाइट हाउस छोड़ने के बाद भी उन्होंने सैकड़ों गोपनीय दस्तावेजों को अपने पास रखा था। जांच एजेंसियों ने ट्रंप के खिलाफ 7 आपराधिक आरोप तय किए हैं। ट्रंप को 13 जून को कोर्ट में पेश होने को कहा गया है। समझते हैं पूरा मामला क्या है।
क्या है मामला?
दरअसल, ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद वे वाइट हाउस से अपने साथ कई गोपनीय दस्तावेज ले गए थे। अमेरिकी कानून के मुताबिक ऐसा करना अपराध है। कानून कहता है कि निवर्तमान राष्ट्रपति को वाइट हाउस छोड़ने से पहले सभी गोपनीय दस्तावेजों को राष्ट्रीय अभिलेखागार और अभिलेख प्रशासन (NARA) को सौंपने होते हैं। NARA को पता चला कि ट्रंप अपने साथ कुछ गोपनीय दस्तावेज ले गए हैं, जिसके बाद एजेंसी ने इन्हें लौटाने की अपील की थी।
ट्रंप ने लौटाए थे गोपनीय दस्तावेज?
NARA की अपील पर ट्रंप ने करीब 184 गोपनीय दस्तावेज लौटा दिए थे। हालांकि, बाद में NARA ने ये मामला संघीय जांच एजेंसी (FBI) और न्याय आयोग को सौंप दिया था। इसके बाद अगस्त 2022 में FBI ने ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित घर पर छापेमारी की थी। इस दौरान ट्रंप के घर से भारी संख्या में गोपनीय दस्तावेज बरामद किए गए थे। इसके बाद न्याय आयोग ने ट्रंप के खिलाफ जांच शुरू की थी।
मामले पर ट्रंप का क्या कहना है?
ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'मैं बेकसूर हूं। मुझे मंगलवार को मियामी की फेडरल कोर्ट में पेश होने के लिए समन भेजा गया है। मैंने कभी नहीं सोचा था, कि यह संभव है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के साथ ऐसा हो सकता है।' इससे पहले भी ट्रंप इस मामले में खुद को बेकसूर बताते रहे हैं। हाल ही में फॉक्स न्यूज के एक कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने जो किया वो सही था।
ट्रंप पर क्या आरोप लगाए गए हैं?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप पर जूरी ने 7 अपराधों के आरोप लगाए हैं। इनमें गोपनीय दस्तावेजों को अपने पास रख जासूसी अधिनियम का उल्लंघन करना, न्याय में बाधा डालने की साजिश रचना, गलत बयान देना, दस्तावेज या रिकॉर्ड को रोके रखना, किसी दस्तावेज या रिकॉर्ड को भ्रष्ट तरीके से छिपाना शामिल हैं। ट्रंप पहले ऐसे पूर्व राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन पर केंद्र की ओर से आपराधिक आरोप लगाए गए हैं।
मामले से जुड़ा एक ऑडियो भी सामने आया
अमेरिकी न्यूज चैनल CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, जांच एजेंसियों को साल 2021 की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी मिली थी। इसमें कथित तौर पर ट्रंप इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद वे गोपनीय दस्तावेज अपने साथ ले आए थे। ऑडियो में ट्रंप कह रहे हैं कि उन्होंने ईरान पर हमले की जानकारी वाली रक्षा विभाग की एक फाइल अपने पास रखी थी।
क्या गिरफ्तार किए जाएंगे ट्रंप?
ट्रंप को 13 जून को दोपहर 3 बजे मियामी में अमेरिकी जिला अदालत में पेश होने का आदेश दिया गया है। यहां पर ट्रंप पर लगे आरोप सार्वजनिक किए जाएंगे। हालांकि, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, क्योंकि वे अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा में है।
दोषी पाए जाने पर क्या ट्रंप को जेल हो सकती है?
ट्रंप पर जो आरोप लगाए गए हैं, उनमें कई बेहद गंभीर हैं। जासूसी अधिनियम के उल्लंघन का जो आरोप ट्रंप पर लगा है, अगर उसमें वे दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें 10 साल तक की सजा हो सकती है। न्याय में बाधा डालने के आरोप में दोषी पाए जाने पर अधिकतम 20 साल की सजा हो सकती है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप पर लगे आरोपों को जज के सामने सिद्ध कर पाना भी मुश्किल होगा।
क्या दोषी पाए जाने पर राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ पाएंगे ट्रंप?
अमेरिकी कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो अभियोग का सामना कर रहे या दोषी पाए गए व्यक्ति को राष्ट्रपति चुनावों में खड़े होने या राष्ट्रपति बनने से रोकता हो। यानी अगर ट्रंप इस मामले में दोषी पाए गए तो भी वे अगले साल होने वाला राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकते हैं। इसके अलावा ट्रंप पर हश मनी, रेप, मानहानि, हिंसा और चुनाव में धांधली जैसे कई मामले और चल रहे हैं।