लड़ाकू विमान, LAC समेत प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच क्या चर्चा हुई?
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका के दौरे पर गुरुवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता हुई।
बैठक में व्यापार, रक्षा और आव्रजन के मुद्दे प्रमुख विषय रहे। इस दौरान दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच कई अहम विषयों पर समझौते हुए।
इनमें सबसे प्रमुख रहा राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा मुंबई हमले के गुनहगार तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने का ऐलान।
ऐसे में आइए इस अहम बैठक से जुड़ी सभी प्रमुख बातों पर नजर डालते हैं।
प्रत्यर्पण
अब भारत भेजा जाएगा तहव्वुर राणा
साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारे प्रशासन ने भारत में न्याय का सामना करने के लिए 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों में अपनी भूमिका के लिए भारत में वांछित आतंकवादी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। वह न्याय का सामना करने के लिए भारत वापस जा रहा है।"
पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक राणा फिलहाल लॉस एंजिल्स में एक महानगरीय हिरासत केंद्र में बंद है।
जानकारी
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट दे चुका है प्रत्यर्पण की मंजूरी
इससे पहले जनवरी में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी क्योंकि उसने मामले में उसकी समीक्षा याचिका को खारिज कर दिया था। भारत अब राणा के शीघ्र प्रत्यर्पण के लिए अमेरिकी अधिकारियों के साथ काम कर रहा है।
विमान
भारत को F-35 लड़ाकू विमान देगा अमेरिका
रक्षा संबंधों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत को अपनी सैन्य बिक्री में अरबों डॉलर की वृद्धि करेगा और वह देश को 5वीं पीढ़ी के F-35 स्टील्थ लड़ाकू विमान उपलब्ध कराएगा।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बाद में कहा कि यह सौदा प्रस्ताव चरण में है और औपचारिक प्रक्रिया शुरू होनी अभी बाकी है। हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप की इस घोषणा से भारतीय सेना को काफी मजबूती मिलने की उम्मीद रहेगी।
व्यापार
व्यापार के लिए रखा 43.50 लाख करोड़ का लक्ष्य
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार के लिए 500 अरब अमेरिकी डॉलर (43.50 लाख करोड़ रुपये) का लक्ष्य रखा है। भारत व्यापार घाटे को कम करने के लिए अधिक अमेरिकी तेल और गैस का आयात करेगा।
इस दौरान दोनों नेताओं ने रक्षा, AI, ऊर्जा और अंतरिक्ष में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकारों, शिक्षाविदों और निजी क्षेत्र के बीच अधिक सहयोग के लिए 'TRUST' पहल शुरू करने की घोषणा भी की।
बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की 'MAGA' पहल पर दिया अहम बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' (MAGA) पहल पर टिप्पणी करते हुए स्पष्ट संदेश दिया कि उनके लिए भारत का हित सर्वोपरि है।
उन्होंने कहा, "हम एक विकसित भारत की दिशा में काम कर रहे हैं, जिसका अमेरिकी संदर्भ में मतलब MIGA (मेक इंडिया ग्रेट अगेन) है। जब अमेरिका और भारत साथ मिलकर काम करते हैं, तो यह MAGA प्लस MIGA समृद्धि के लिए 'MEGA' साझेदारी बन जाती है। यह दोनों देशों के लिए अहम है।"
तारीफ
राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया बेहतर नेगोशिएटर
एक सवाल के जवाब में राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी बहुत ही अच्छे और टफ नेगोशिएटर हैं। वह मुझसे कहीं बेहतर नेगोशिएटर हैं। प्रधानमंत्री मोदी का मुझसे यहां कोई भी मुकाबला भी नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा, "प्रधानमंत्री मोदी लंबे समय से मेरे एक अच्छे दोस्त रहे हैं और हम इस दोस्ती को बेहतर साझेदारी के रूप में आगे बढ़ाने का काम करते रहेंगे।"
बयान
रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़े सवाल के जवाब में कहा, "मैं शुरुआत से ही यूक्रेन और रूस के संपर्क में रहा हूं। दोनों ही देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मेरी समय-समय पर बात होती रही है। भारत का शुरुआत से पक्ष रहा है कि शांति से मुद्दा हल होना चाहिए। इस मामले में भारत तटस्थ नहीं है। भारत शांति के पक्ष में है। मौजूदा दौर युद्ध का नहीं है। युद्ध के मैदान में समाधान नहीं खोजा जा सकता है।"
जानकारी
राष्ट्रपति ट्रंप ने की मध्यस्थता की पेशकश
राष्ट्रपति ट्रंप ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को खत्म करने के लिए मध्यस्थता की पेशकश भी की। उन्होंने कहा, "अगर मैं मदद कर सकता हूं, तो अच्छा लगेगा, क्योंकि इसे रोका जाना चाहिए। यह काफी हिंसक है।"
अन्य
बांग्लादेश को लेकर भी बोले राष्ट्रपति ट्रंप
बांग्लादेश संकट पर राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी डीप स्टेट की संलिप्तता की अटकलों को खारिज करते हुए कहा, "मैं बांग्लादेश को प्रधानमंत्री मोदी के भरोसे छोड़ रहा हूं।"
अमेरिका द्वारा 104 भारतीयों को निर्वासित किए जाने के मामले में प्रधानमंत्री मोदी कहा कि भारत अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे सत्यापित नागरिकों को वापस लेने के लिए तैयार है। मानव तस्करी के पारिस्थितिकी तंत्र को समाप्त करने के लिए संयुक्त प्रयास जरूरी हैं।