काबुल: धमाकों में मरने वालों का आंकड़ा 110 पहुंचा, लोगों को निकालने का अभियान फिर शुरू
काबुल हवाई अड्डे के बाहर हुए धमाकों में अब तक 110 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से अधिक घायल हैं। मरने वालों में बच्चे, महिलाएं, अफगान नागरिक और अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं। हमले के बाद कई घंटे तक बंद रहा निकासी अभियान फिर से शुरू हो गया है और कई विमानों ने काबुल से उड़ान भरी है। हालांकि, नॉर्वे और स्पेन समेत कई देशों ने यहां से लोगों को निकालना बंद कर दिया है।
ISIS-K ने ली हमले की जिम्मेदारी
गुरुवार शाम को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में दो जोरदार धमाके हुए थे। पहला धमाका हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के एबी गेट और दूसरा धमाका गेट से थोड़ी दूर स्थित एक होटल के पास हुआ था। बता दें कि काबुल हवाई अड्डे के पास इन दिनों देश छोड़ना चाह रहे लोगों की भीड़ रहती है। इस्लामिक स्टेट खोरासान (ISIS-K) ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसने अमेरिका और उसके सहयोगियों को निशाना बनाया था।
हवाई अड्डे के बाहर फिर बढ़ी भीड़
हमले के बाद एक बार फिर काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के आसपास भीड़ बढ़ गई है। देश छोड़ना चाह रहे हजारों लोग फिर से हवाई अड्डे के पास लौट आए हैं और विमानों में सवार होने की कोशिश कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शुक्रवार सुबह से कई विमानों ने उड़ान भरी है, लेकिन पहले की तुलना में अब कम विमान हवाई अड्डे पर नजर आ रहे हैं।
यहां देखिये हवाई अड्डे के बाहर जमा भीड़
तालिबान ने और लड़ाकों को काबुल बुलाया
गुरुवार को हुए हमले के बाद तालिबान ने और लड़ाकों को काबुल बुलाया है। अलजजीरा ने रिपोर्ट किया है कि तालिबान ने हवाई अड्डे के आसपास सुरक्षा मजबूत करने के लिए दूसरे प्रांतों से हजारों की संख्या में लड़ाकों को काबुल बुलाया है। बता दें कि काबुल हवाई अड्डा फिलहाल अमेरिकी सैनिकों के नियंत्रण में है, लेकिन 31 अगस्त तक ये सैनिक वापस लौट जाएंगे। इसके बाद हवाई अड्डे के संचालन के लिए तालिबान ने तुर्की से संपर्क किया है।
जल्द बंद होने वाला है ब्रिटेन का अभियान
ब्रिटिश रक्षा मंत्री बेन वॉलेस ने बताया कि अफगानिस्तान से लोगों को निकालने का उनका अभियान कुछ घंटों में पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा, "यह दुखी करने वाली बात है कि हम हर एक को वहां से नहीं निकाल पाएंगे।" ब्रिटेन अब और लोगों की हवाई अड्डे पर नहीं बुलाएगा और उसने बैरन होटल को भी बंद कर दिया है। ब्रिटेन ले जाए जा रहे लोगों को पहले यहीं रोका जा रहा था।
इन देशों ने रोका निकासी अभियान
ब्रिटेन के ऐलान से पहले कनाडा, स्पेन और नॉर्वे जैसे देश निकासी अभियान को बंद करने का ऐलान कर चुके थे। स्पेन ने कहा कि काबुल से दो सैन्य विमानों की वापसी के साथ ही उसका निकासी अभियान बंद हो जाएगा। वहीं नॉर्वे के विदेश मंत्री ने निकासी अभियान की समाप्ति का ऐलान करते हुए कहा था कि हमले के बाद हवाई अड्डे के गेट बंद हैं और किसी को अंदर लाना मुमकिन नहीं होगा।
बाइडन बोले- हमला करने वालों को छोड़ेंगे नहीं
काबुल में हुए हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, "इस हमले के पीछे जिम्मेदार लोगों को हम ढूंढ निकालेंगे और उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी। हम उन्हें न तो भूलेंगे और न ही माफ करेंगे। आतंकवादी हमें काम करने से नहीं रोक सकते। हम काबुल में अपना मिशन नहीं रोकेंगे और लोगों को सुरक्षित अफगानिस्तान से निकालना जारी रखेंगे।"