अफगानिस्तान संकट का भारत पर पड़ा बड़ा असर, 25 प्रतिशत तक बढ़े ड्राई फ्रूट्स के दाम
क्या है खबर?
तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है और वह नई सरकार तैयारी में जुटा है।
इसी बीच तालिबान ने अफगानिस्तान और भारत के बीच होने वाले व्यापार को भी बंद कर दिया है और पाकिस्तान के ट्रांजिट रूट्स से होने वाले सभी प्रकार के व्यापारिक आवागमन पर रोक लगा दी है।
इसका भारत में ड्राई फ्रूट्स व्यापार पर असर देखने को मिल रहा है। देश में ड्राई फ्रूट्स के दामों में 25 प्रतिशत तक का इजाफा हो गया है।
पृष्ठभूमि
पिछले दो सप्ताह से नहीं आ रहा है माल
भारत लंबे समय से अफगानिस्तान से अंजीर, मुनक्का, किशमिश, अखरोट, बादाम और खुबानी का बड़ी मात्रा में आयात करता है।
अफगानिस्तान से आयात माल की पूरे भारत में सप्लाई होती है, लेकिन तालिबान के हमलों के कारण पिछले दो सप्ताह से भारत में ड्राई फूट्स की आवक नहीं हो रही है।
ऐसे में माल की कमी और मांग की अधिकता के कारण दो सप्ताह में ड्राई फूट्स की कीमतों में 20-25 प्रतिशत तक का बड़ा उछाल देखेन को मिला है।
द्विपक्षीय व्यापार
इस साल दोनों देशों के बीच हुआ करीब 134 करोड़ डॉलर का कारोबार
इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान से ड्राई फ्रूट आयात करने के मामले अमेरिका, जर्मनी और हांगकांग के बाद भारत चौथे स्थान पर है। इनके अलावा पाकिस्तान भी ड्राई फ्रूट्स के लिए काफी हद तक अफगानिस्तान पर निर्भर है।
इस साल भारत ने अफगानिस्तान में 83.5 करोड़ डॉलर का सामान भेजा और 51 करोड़ डॉलर का सामान मंगाया है। इस तरह दोनों देशों के बीच लगभग 134 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है।
रोक
तालिबान ने भारत के साथ कारोबार पर लगाई रोक
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (FIEO) ने बताया है कि तालिबान ने भारत के साथ कारोबार पर रोक लगा दी है। इससे करोड़ों के सामान का आयात-निर्यात थम गया है।
FIEO के महानिदेशक डॉ अजय सहाय ने कहा कि अफगानिस्तान से आयात होने वाला सामान पाकिस्तान के रास्ते भारत आता है। फिलहाल तालिबान ने पाकिस्तान की तरफ जाने वाली सभी गाड़ियों को रोक दिया है। इस कारण देश के व्यापारियों का माल पूरी तरह अटक गया।
जम्मू-कश्मीर
अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति के कारण प्रभावित हुई आपूर्ति
जम्मू में ड्राई फ्रूट्स दुकान के मालिक शांति गुप्ता ने कहा, "अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति के कारण आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। नतीजतन ड्राई फ्रूट्स की कीमतें तेजी आई है। ग्राहक इसे समझने में असमर्थ हैं।"
उन्होंने कहा, "अफगानिस्तान के बिगड़े हालातों के कारण पिस्ता की कीमत 600 रुपये प्रति किलो, अफगान बादाम और किशमिश में 350 रुपये प्रति किलो और अंजीर में 400 रुपये प्रति किलो का उछाल आया है।"
संभावना
ड्राई फ्रूट्स के दामों में आएगी और अधिक तेजी
जम्मू ड्राई फ्रूट्स रिटेल ट्रेडर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष ज्योति गुप्ता ने इंडिया टुडे से कहा, "यदि अफगानिस्तान में अनिश्चितता बनी रहती है तो ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में और तेजी आएगी। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "व्यापारियों को पहले ही कोरोना महामारी के कारण लगए गए लॉकडाउन से भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अब अफगानिस्तान की स्थिति ने हमारे लिए स्थिति को और खराब कर दिया।"
जानकारी
दिल्ली में 20 प्रतिशत तक बढ़ी ड्राई फ्रूट्स की कीमत
दिल्ली के खारी बावली बाजार के ड्राई फ्रूट्स दुकान संचालकों के अनुसार ड्राई फ्रूट्स की कीमत करीब 20 फीसदी बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि पहले 1,800 रुपए प्रति किलो में मिलने वाली अफगानी बादाम अब 2,000 रुपये प्रति किलो बिक रही है।
राजस्थान
राजस्थान में इस तरह से बढ़े हैं ड्राई फ्रूट्स के दाम
राजस्थान में अंजीर के दाम 800-900 रुपये प्रति किलो से बढ़कर अब 1,000-1100, मुनक्का के दाम 600-650 से बढ़कर 700-800, काली किशमिश के दाम 275-300 से बढ़कर 325-350, खुबानी के दाम 400-450 रुपये से बढ़कर अब 500-550 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है।
इसी तरह कंधारी किशमिश के दाम 300-400 से बढ़कर 450-550 रुपये, अफगानी बादाम गिरी के दाम 1,600-1,700 से बढ़कर 2,000-2,200 और अफगानी अखरोट के दाम 900-1,000 से बढ़कर 1,200-1,400 रुपये पर पहुंच गए है।
बयान
फंस गया अग्रिम भुगतान- व्यापारी
जयपुर के ड्राई फ्रूट्स आयातक ललित अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान में अफगानिस्तान के ड्राई फ्रूट्स के सालाना 350 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। तालिबान के कब्जे के बाद जयपुर के कई आयातकों का अग्रिम भुगतान फंस गया है।
उन्होंने कहा कि अगस्त में ड्राई फ्रूट्स की पक चुकी फसल को संभालना मुश्किल है। फसल पकने के बाद यदि उसे प्रोसेस कर बाजार में नहीं भेजा गया तो अफगानिस्तान को भी करोड़ों को नुकसान होगा।
अन्य कारण
ड्राई फ्रूट्स के महंगे होने के पीछे यह भी एक कारण
भारत में ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में उछाल के पीछे अफगानिस्तान का संकट ही जिम्मेदार नहीं है। इसके लिए अमेरिका में घटी बादाम की पैदावार भी जिम्मेदार है।
इंटरनेशल फ्रूट्स एंड नट्स ऑर्गनाइजेशन के ड्राई फ्रूट्स कंसल्टेंट रवींद्र मेहता के मुताबिक दुनिया की 83 फीसदी बादाम कैलिफोर्निया में पैदा होती है। इस बार कैलिफोर्निया में बादाम के उत्पादन में 11 प्रतिशत की कमी आई है। इसके कारण भी देश में बादामा की कीमतों में इजाफा हुआ है।