नागपुर में अवैध रूप से 10 साल रहा अफगानी युवक तालिबान में हुआ शामिल- पुलिस
महाराष्ट्र के नागपुर में 10 साल तक अवैध रूप से रहा 30 वर्षीय अफगानी युवक के पुलिस द्वारा वापस अफगानिस्तान भेजे जाने के बाद तालिबान में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। हाल ही सोशल मीडिया पर जारी हुई तालिबानी लड़ाकों की फोटो में वह हाथों में राइफल थामे नजर आ रहा है। नागपुर पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी है। हालांकि, फोटो से युवक की पुख्ता पहचान का काम जारी है।
साल 2010 में भारत आया था युवक
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान निवासी नूर मोहम्मद अजीज मोहम्मद (30) साल 2010 में पर्यटक वीछा पर छह महीने के लिए भारत आया था। वीजा अवधि खत्म होने के बाद उसने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में शरणार्थी दर्जे के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया था। उसके बाद भी वह अफगानिस्तान नहीं लौटा और नागपुर के डिगोरी इलाके में किराए से रहने लग गया।
पुलिस ने खूफिया सूचना के आधार पर नूर मोहम्मद को हिरासत में लिया
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नूर मोहम्मद करीब 10 सालों तक नागपुर में रहा और कंबल बेचने का काम करता था। पिछले साल खूफिया सूचना के आधार पर पुलिस ने उस पर नजर रखना शुरू कर दिया था। इसमें उसकी संदिग्ध गतिविधि को देखते हुए जून में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि पूछताछ में उसने खुद को अफगानिस्तान को होना बताया। इसके बाद 23 जून को उसे फिर से अफगानिस्तान भेज दिया गया।
तालिबान के लिए काम करता था नूर का भाई
एक अन्य पुलिसकर्मी ने बताया कि नूर मोहम्मद का असली नाम अब्दुल हक था और उसका भाई तालिबान के लिए काम करता है। पिछले साल नूर का हथियार के साथ वीडियो वायरल हुआ था। पुलिस ने जब उसे पकड़ा तो उसे बाएं कंधे पर गोली का भी निशान था। उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच करने पर सामने आया कि वह कुछ आतंकवादियों को भी फॉलो करता था। इस स्थिति को देखते हुए पुलिस ने वापस अफगानिस्तान भेज दिया।
नूर मोहम्मद के तालिबान में शामिल होने की है संभावना
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नूर मोहम्मद अफगानिस्तान जाने के बाद संभवत: तालिबान में शामिल हो गया है। हाल ही में बंदूक पकड़े सामने आई तालिबानी लड़ाकों की तस्वीर में एक युवक नूर मोहम्मद जैसा दिख रहा है। उन्होंने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि वह तालिबान में शामिल हुआ है। हालांकि, फोटो से उसकी पुख्ता पहचान का काम जारी है। यह फोटो नागपुर में उसके दोस्तों के जरिए पुलिस तक पहुंची है।
तालिबान ने 15 अगस्त को किया था अफगानिस्तान पर कब्जा
बता दें कि अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान ने अफगानिस्तान पर हमले तेज कर दिए थे। इसके बाद वह लगातार एक के बाद एक नए शहर पर अपना कब्जा जमाता जा रहा था। 15 अगस्त को तालिबान ने राजधानी काबुल पर अपना कब्जा जमाते हुए नई सरकार बनाने की घोषणा कर दी। उसी दौरान हाथों में बंदूक लिए वायरल हुई तालिबानी लड़ाकों की फोटो में नूर मोहम्मद के भी शामिल होने की बात सामने आई है।