गोपनीय दस्तावेज मामले में डोनाल्ड ट्रंप की पेशी के दौरान क्या-क्या हुआ?
क्या है खबर?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गोपनीय दस्तावेज मामले में मियामी कोर्ट में पेश हुए। इससे पहले औपचारिक रूप से आत्मसमर्पण करने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
इसके बाद ट्रंप की कोर्ट में पेशी हुई, जहां उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को नकार दिया। करीब 1 घंटे चली पेशी के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।
कोर्ट से बाहर आने के बाद उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पर निशाना साधा।
कोर्ट
कोर्ट में क्या-क्या हुआ?
सुनवाई से पहले ट्रंप के सैकड़ों समर्थक कोर्ट परिसर के बाहर जुट गए। पेशी के दौरान ट्रंप के फिंगरप्रिंट लिए गए।
हालांकि, उन्हें हथकड़ी नहीं लगाई गई और न ही मगशॉट लिया गया। इसके बाद ट्रंप के वकील ने जज से कहा कि वे निश्चित रूप से सभी आरोपों को खारिज करते हैं।
तकरीबन एक घंटे की कार्यवाही के बाद कुछ शर्तों के साथ ट्रंप को रिहा कर दिया गया।
प्रतिबंध
ट्रंप पर नहीं लगा यात्रा प्रतिबंध
अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने कोर्ट से ट्रंप का पासपोर्ट सरेंडर कराने की अपील की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।
जज ने ऑर्डर में कहा कि ट्रंप और उनके सहयोगी को पासपोर्ट सरेंडर करने की आवश्यकता नहीं है और वे यात्रा करने के लिए स्वतंत्र हैं।
बता दें कि इस मामले में ट्रंप के साथ उनके निजी सहयोगी वॉल्ट नौटा भी आरोपी हैं।
हालांकि, दोनों से श्योरिटी बॉन्ड्स भरवाए गए।
शर्त
ट्रंप को करना होगा इन शर्तों का पालन
कोर्ट ने कहा कि ट्रंप और उनके सहयोगी नौटा सुनवाई पूरी होने तक एक-दूसरे से संपर्क नहीं करेंगे।
कोर्ट ने सरकारी गवाहों की एक सूची भी बनाने को कहा और ट्रंप को इन सभी से संपर्क नहीं करने का आदेश दिया है।
इस पर ट्रंप के वकील ने आपत्ति जताते हुए कहा कि इनमें से कुछ गवाह ट्रंप के कर्मचारी हैं, ऐसे में उनसे संपर्क करना पड़ सकता है। हालांकि, कोर्ट ने ये अपील खारिज कर दी।
बाइन
ट्रंप ने बाइडन पर साधा निशाना
सुनवाई के बाद ट्रंप न्यू जर्सी के बेडमिंस्टर स्थित अपने गोल्फ क्लब पहुंचे।
यहां उन्होंने कहा, "वर्तमान भ्रष्ट राष्ट्रपति अपने शीर्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को झूठे और मनगढ़ंत आरोपों में गिरफ्तार करा रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव के समय ये सब हो रहा है। इस चुनाव में वे बुरी तरह हार रहे हैं। मेरे पास दस्तावेज रखने का 'पूरा अधिकार' था।"
उन्होंने बाइडेन, बिल क्लिंटन और हिलेरी क्लिंटन पर भी दस्तावेज साथ ले जाने का आरोप लगाया।
मामला
क्या है मामला?
दरअसल, ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद व्हाइट हाउस से अपने साथ कई गोपनीय दस्तावेज ले गए थे। अमेरिकी कानून के मुताबिक ऐसा करना अपराध है।
ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने इन दस्तावेजों को लापरवाही से शॉवर और बॉलरूम जैसी असुरक्षित जगहों पर छिपाया था।
इस मामले में ट्रंप पर 37 आरोप लगाए गए हैं। इनमें से 31 चार्ज राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े दस्तावेजों को पास रखने के हैं।