जिस डॉक्टर ने सबसे पहले दी थी चेतावनी, कोरोना वायरस ने उसी की ले ली जान
क्या है खबर?
नोवेल कोरोना वायरस के बारे में सबसे पहले चेतावनी देने वाले चीन के वुहान के डॉक्टर ली वेनलियांग की गुरूवार रात को मौत हो गई।
वेनलियांग कोरोना वायरस के प्रभाव में आ गए थे और पिछले एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे।
उनकी मौत की खबर सामने आने के बाद चीन के सोशल मीडिया पर लोगों में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिला।
गौरतलब है कि वायरस के बारे में चेतावनी देने के लिए पुलिस ने वेनलियांग को धमकाया था।
मामला
वेनलियांग ने वीडियो पोस्ट में बताई थी पूरी कहानी
34 वर्षीय डॉ वेनलियांग ने अस्पताल में भर्ती होने के बाद चीन का ट्विटर मानी जाने वाली सोशल मीडिया वेबसाइट 'वीबो' पर वीडियो पोस्ट कर अपनी पूरी कहानी बताई थी।
इसमें उन्होंने कहा था कि वो वुहान सेंट्रल अस्पताल में बतौर नेत्र विशेषज्ञ काम करते हैं और दिसंबर में उन्होंने यहां सात ऐसे मामले देखे थे जिनमें उन्हें SARS जैसे किसी वायरस के लक्षण दिखे।
SARS की वजह से 2003 में वैश्विक महामारी फैली थी।
चेतावनी
30 दिसंबर को साथी डॉक्टरों को दी चेतावनी
ये लक्षण देखने के बाद वेनलियांग ने 30 दिसंबर को एक चैट ग्रुप में साथी डॉक्टरों को इसके बारे में चेताया और संक्रमण से बचने के लिए उचित कपड़े पहनने की सलाह दी।
इसके चार दिन बाद जन सुरक्षा ब्यूरो ने उन्हें तलब किया और एक पत्र पर हस्ताक्षर करने को कहा। इस पत्र में उन पर अफवाह फैलाने और झूठे दावे करने का आरोप लगाया गया था जिनसे सामाजिक व्यवस्था को बड़े पैमाने पर अव्यवस्थित किया।
संक्रमण
10 जनवरी से वेनलियांग के स्वास्थ्य में गिरावट आनी शुरू हुई
अपने वीडियो में वेनलियांग ने बताया कि 10 जनवरी को उन्हें कफ आनी शुरू हुई, अगले दिन उन्हें बुखार आया और दो दिन बाद वो अस्पताल पहुंच गए।
30 जनवरी को उनमें कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया और उनका इलाज चल रहा था।
अपनी मौत से पहले 'न्यूयॉर्क टाइम्स' से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि अगर अधिकारियों ने वायरस की जानकारी पहले सार्वजनिक कर दी होती तो स्थिति बेहतर होती।
संशय
मीडिया समूहों ने बदलीं मौत की खबरें
वेनलियांग की मौत को लेकर भी काफी संशय देखने को मिला।
ग्लोबल टाइम्स और पीपुल्स डेली समेत चीन के तमाम मीडिया समूहों ने पहले गुरूवार रात 09:30 बजे उनकी मौत होने की खबर दी।
इसके बाद वीबो पर तेजी से गुस्से और दुख की प्रतिक्रिया आने लगीं तो कुछ मीडिया संगठनों ने उनकी हालत नाजुक होने की बात कहना शुरू कर दिया।
बाद में उन्होंने नए समय के साथ वेनलियांग की मौत की खबर दी।
जानकारी
सरकार के आदेश पर बदली गईं मीडिया रिपोर्ट्स
मौके पर मौजूद रहे पत्रकारों और डॉक्टरों ने गोपनीयता की शर्त पर BBC को बताया कि मामले में सरकारी अधिकारियों ने दखल दिया था और उन्हीं के आदेश पर मीडिया समूहों ने वेनलियांग की मौत की जगह उनकी हालत नाजुक होने की बात कही।
प्रतिक्रिया
वीबो पर देखने को मिला लोगों को गुस्सा, बोले- इस गुस्से को भूलना नहीं है
गुरूवार रात को वेनलियांग की मौत की पहली खबर सामने आने के बाद से ही वीबो पर गुस्से और दुख की एक लहर देखने को मिली। लेकिन जल्द ही इनमें से अधिकांश पोस्ट और टिप्पणियों को सरकार ने सेंसर कर हटा दिया।
केवल कुछ ही टिप्पणियां बची हुई हैं जिनमें से एक में लिखा है, 'अब आप कैसा महसूस कर रहे हैं ये मत भूलना। इस गुस्से को मत भूलना। हमें ये फिर से नहीं होने देना है।'
प्रभाव
चीन में अब तक 636 मौतें
शुक्रवार तक चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप से 636 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 31,000 से अधिक इससे संक्रमित हैं।
वायरस से चीन के बाहर लगभग 25 देशों में फैल चुका है और फिलिपींस में इससे एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
इस बीच कुछ रिपोर्ट्स में ये दावा भी किया गया है कि चीन वायरस के असर को कम करके दिखा रहा है और मौतों की संख्या आधिकारिक संख्या से कहीं अधिक हो सकती है।
जानकारी
वुहान में भरे अस्पतालों के सारे बेड
इस बीच वायरस के केंद्र वुहान के अस्पतालों के बेड लगभग भर गए हैं। अस्पतालों में 8,254 बेड हैं जिन पर कोरोना वायरस के 8,182 मरीज भर्ती हैं। हाल ही में शहर में मात्र आठ दिन के अंदर 1,000 बेड का अस्पताल बनाया गया था।