यहाँ अफ़वाह रोकने के लिए बना अनोखा कानून, जुर्माने के साथ मिलेगी कचरा उठाने की सज़ा
आज के समय में भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अफ़वाहों की वजह से परेशानी हो रही हैं। अक्सर आपने देखा होगा कि लोग एक छोटी सी बात को इतना बढ़ा-चढ़ाकर सामने वाले को बताते हैं कि उससे समस्या पैदा हो जाती है। ऐसी ही अफ़वाहों को रोकने के लिए फ़िलीपींस के बिनालोनान शहर में एक अनोखा कानून बनाया गया है। कानून के अंतर्गत दोषी व्यक्ति को जुर्माने के साथ कचरा उठाने की सज़ा दी जाएगी। आइए जानें।
अफ़वाह फैलाने पर 263 रुपये का जुर्माना और तीन घंटे कचरा उठाने की सज़ा
जानकारी के अनुसार, इस अनोखे कानून को बिनालोनान शहर के मेयर रेमॉन गुइको ने पारित करवाया है, जो लागू भी हो गया है। स्थानीय अधिकारियों ने गपशप या बेवजह की बातों को गैरकानूनी बताया है। नए नियम के अनुसार, पहली बार ऐसा करने पर 200 फिलीपीनी पेसोस (लगभग 280 रुपये) जुर्माना और तीन घंटे सड़क पर कचरा उठाने की सज़ा दी जाएगी। यह नियम अभी केवल स्थानीय स्तर पर लागू किया गया है।
दोबारा नियम तोड़ने पर बढ़ा दी जाएगी सज़ा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस नियम को दोबारा तोड़ने पर जुर्माना बढ़ाने के साथ सज़ा को भी बढ़ाया जाएगा। ऐसे लोगों पर 1,300 रुपये का जुर्माना और आठ घंटे तक समुदाय की सेवा करने की सज़ा दी जाएगी। हालाँकि, नियम में यह स्पष्ट नहीं है कि किन बातों को गपबाज़ी और बेवजह की बातों की श्रेणी में रखा गया है। वहीं, नियम के अंतर्गत रात में 10:00 बजे के बाद लोगों को गपबाज़ी करने की छूट है।
अफ़वाहों की वजह से शहर में बढ़ रहा था अपराध
बता दें कि इस नियम को लागू करने के पीछे सबसे बड़ी वजह यह थी कि अफ़वाहों की वजह से शहर में अपराध काफ़ी बढ़ रहा था। यह नियम बिनालोनान के पड़ोसी शहर मोरेना में 2017 से ही लागू किया गया है।
अपने जीवन को बेहतर करने के लिए प्रेरित होंगे लोग- मेयर
शहर के मेयर रेमॉन का कहना है कि नियम के कारण लोग अपना जीवन बेहतर करने के लिए प्रेरित होंगे। गपशप पर प्रतिबंध लगाने से शहर की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। उन्होंने आगे कहा, "यह नियम लोगों की भावनाओं को व्यक्त करने की स्वतंत्रता पर रोक नहीं लगाता है। नया नियम लोगों को ज़िम्मेदारी के प्रति आगाह करता है। हम चाहते हैं की बाहर के लोग यहाँ के लोगों को बेहतर इंसान मानें।"
अमेरिका में भी दी गई थी ऐसी अजीबो-गरीब सज़ा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले 2003 में अमेरिका में दो नौजवानों को ऐसी ही अजीबो-गरीब सज़ा दी गई थी। नौजवानों के ऊपर क्रिसमस की पूर्व संध्या पर चर्च से बेल, ईसा मसीह की मूर्ति चुराने और उसे नुकसान पहुँचाने का आरोप था। इसके बाद जज ने उन्हें 45 दिन जेल में रहने की सज़ा के साथ अपने गृहनगर में एक गधे के साथ मार्च करने का आदेश दिया था। हालाँकि, वहाँ ऐसा कोई कानून नहीं है।