दादाजी की क़ब्र से आई आवाज़, 'मुझे बाहर निकालो, यहाँ बहुत अँधेरा है'
कहते हैं कि जो भी एक बार इस दुनिया से चला जाता है, वो फिर कभी लौट के नहीं आता है। लेकिन हाल ही में एक ऐसे घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें अंतिम संस्कार करने गए लोगों को दादाजी की क़ब्र से आवाज़ सुनाई दी कि 'मुझे बाहर निकालो, यहाँ बहुत अँधेरा है।' यह सुनकर वहाँ मौजूद सभी लोग हैरान हो गए। जानें क्या है इसकी सच्चाई।
बेटे के साथ मिलकर किया था प्रैंक
शे ब्रेडले नाम के एक बुज़ुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई थी, लेकिन उन्होंने क़ब्र में जाने के बाद भी लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला दी। आप सोच रहे होंगे कि आख़िर उन्होंने ऐसा क्या किया कि लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ गई। तो आपको बता दें कि मौत से पहले ही उन्होंने सोचा था कि वो जाते-जाते भी दोस्तों और अपने परिवारवालों को हँसाकर जाएँगे। इसके लिए उन्होंने अपने बेटे के साथ मिलकर एक प्रैंक किया था।
बेटे ने प्ले कर दी ताबूत में रखी रिकॉर्डिंग
ख़बरों के अनुसार, तीन साल तक कैंसर से जंग लड़ने के बाद आख़िरकार ब्रेडले 08 अक्टूबर को इस दुनिया से चले गए। आयरिश मिरर की ख़बर के अनुसार, ब्रेडले की अंतिम इच्छा थी कि वो परिवारवालों और दोस्तों के साथ प्रैंक करें। उनकी मौत के बाद जब उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था, तब उनके बड़े बेटे ने ताबूत में रखी रिकॉर्डिंग को प्ले कर दिया। इसके बाद जो हुआ, उसे देखकर वहाँ मौजूद सभी लोग हैरान हो गए।
जाते-जाते भी दोस्तों और परिवारवालों को हँसाने में कामयाब रहे
रिकॉर्डिंग प्ले करते ही ताबूत के अंदर से आवाज़ आने लगी, 'हेलो...हेलो...हेलो मुझे बाहर निकालो, यहाँ बहुत अँधेरा है।' ताबूत से आ रही आवाज़ सुनकर वहाँ मौजूद लगभग सभी लोग हैरान हो गए, जो इस प्रैंक के बारे में नहीं जानते थे। बता दें कि 12 अक्टूबर को ब्रेडले का अंतिम संस्कार हुआ था और उन्होंने मरने से पहले ही यह रिकॉर्डिंग कर रखी थी। इस तरह वाज जाते-जाते भी अपने दोस्तों और परिवारवालों को हँसाने में कामयाब रहे।
मरने से एक साल पहले कर रखी ली थी रिकॉर्डिंग
रिकॉर्डिंग में वो कह रहे थे, "मुझे बाहर निकालो, यहाँ बहुत अँधेरा है। क्या ये प्रीस्ट है, मुझे आवाज़ आ रही है। मैं शे ब्रेडले हूँ और मैं एक बॉक्स में बंद हूँ।" इस घटना का वीडियो उनकी बेटी एंड्रिया ब्रेडले ने ट्विटर पर पोस्ट किया है। एंड्रिया ने हफपोस्ट को बताया, "उनके पिता ने ये ऑडियो एक साल पहले ही रिकॉर्ड करके रखी थी। इस बात का पता सिर्फ़ मेरे भाई जोनाथन और उनके भांजे बेन को था।"
अंतिम संस्कार के दौरान प्रैंक का वायरल वीडियो
उनकी इच्छा थी कि लोग रोकर नहीं बल्कि ख़ुशी से विदा करें: एंड्रिया
एंड्रिया ने आगे कहा, "वो चाहते थे कि उनके अंतिम संस्कार में कोई रोए नहीं बल्कि सभी ख़ुशी-ख़ुशी उन्हें विदा करें और उन्होंने ठीक ऐसा ही किया।" एंड्रिया ने वीडियो के साथ ट्विटर पर अपने पिता की एक फोटो भी शेयर की।
मरने के बाद जिंदा हुए थे ब्राइटन
ये भले ही एक प्रैंक था, लेकिन कई लोग सच में मरने के बाद ज़िंदा हुए हैं। मई, 2015 में जिम्बाम्बे के रहने वाले ब्राइटन डामा जैंथे की मृत्यु लंबी बीमारी की वजह से हो गई थी। अस्पताल वालों ने उनको मृत घोषित कर दिया था और लोग उन्हें दफ़नाने की तैयारी कर रहे थे। उनको दफ़नाया ही जा रहा था कि उनके बॉस ने उनको हिलता हुआ देखा और तुरंत उन्हें बाहर निकाला गया। आज ब्राइटन बिलकुल स्वस्थ हैं।