कश्मीर को लेकर उकसावे और झूठभरी पोस्ट करने के कारण पाकिस्तान के सैंकड़ों ट्विटर अकाउंट सस्पेंड
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद से भारत के खिलाफ नफरत फैलाने वाले सैंकड़ों पाकिस्तानी ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड किया गया है। पाकिस्तान ने इस बात को स्वीकार किया है कि कश्मीर मुद्दे पर लिखने के कारण उसके 333 ट्विटर अकाउंट सस्पेंड हुए हैं। भारत ने इन अकाउंट के उकसावे और झूठ से भरे कंटेट को लेकर ट्विटर से इनकी शिकायत की थी। इस पर कार्रवाई करते हुए ट्विटर ने ये अकाउंट सस्पेंड किए हैं।
केवल 67 अकाउंट हुए रिस्टोर
अपने सैंकड़ों ट्विटर अकाउंट सस्पेंड होने से बौखलाए पाकिस्तान ने इसे लेकर ट्विटर से शिकायत की है। पाकिस्तान टेलीकम्यूनिकेशन अथॉरिटी (PTA) ने कहा कि इस मामले में ट्विटर भेदभाव कर रही है। साथ ही अथॉरिटी ने पाकिस्तानी ट्विटर यूजर्स से कहा है कि कश्मीर पर लिखे कंटेट के कारण कोई अकाउंट सस्पेंड होता है तो उसे इसकी जानकारी दी जाए। PTA ने 333 अकाउंट को रिस्टोर करने की रिक्वेस्ट की, लेकिन केवल 67 अकाउंट रिस्टोर हुए हैं।
ट्विटर की तरफ से नहीं आई प्रतिक्रिया
PTA ने कहा कि ट्विटर ने अभी तक आधिकारिक तौर पर इस अकाउंट को सस्पेंड करने के पीछे की वजह नहीं बताई है। अथॉरिटी ने कहा कि वह पाकिस्तान में ट्विटर यूजर्स की अभिव्यक्ति की आजादी बनाए रखने के लिए बात कर रही है।
अगस्त में ब्लॉक हुए 200 अकाउंट
पिछले महीने भी पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी रिपोर्ट्स आई थीं, जिनमें बताया गया था कि कश्मीर से जुड़े कंटेट को पोस्ट करने के कारण लगभग 200 अकाउंट सस्पेंड कर दिए गए हैं। कई पत्रकारों, कार्यकर्ता सैन्य और सरकारी अधिकारियों ने दावा किया था कि उनके अकाउंट को भी सस्पेंड कर दिया गया है। इसके बाद पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने फेसबुक और ट्विटर से इसे लेकर बातचीत की थी। अब एक बार कई अकाउंट ब्लॉक हुए हैं।
फेक वीडियो के जरिए नफरत फैलाने की कोशिश
जम्मू-कश्मीर पर भारत सरकार के फैसले से बौखलाया पाकिस्तान कश्मीर ही नहीं नागालैंड में भी अस्थिरता पैदा करने की साजिश रच रहा है। पाकिस्तान अपने वीडियो बनाकर उन्हें भारतीय सेना के नागरिकों पर अत्याचार का वीडियो बताकर इंटरनेट पर डाल रहा है। ऐसे ही वीडियोज को नागालैंड के विद्रोही समूहों को भेजकर उन्हें नागालैंड की आजादी के लिए आवाज उठाने के लिए भड़का रहा है। NDTV की रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से ये बात कही गई है।
PoK में भारतीय सुरक्षा बलों की ड्रेस में प्रोपगैंडा वीडियो बना रहा पाकिस्तान
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, "पाकिस्तानी अधिकारी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में वीडियो बनाने में लगे हुए हैं। इनमें हमारे (भारत) सुरक्षा बलों की वर्दी पहने लोग पुरुषों और महिलाओं पर अत्याचार कर रहे हैं।" उन्होंने बताया कि इन वीडियोज को भारतीय सुरक्षा बलों के कश्मीर में नागरिकों पर अत्याचार का वीडियो बताकर इंटरनेट और सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
नागा विद्रोही समूहों को अलग देश की मांग के लिए उकसाया जा रहा
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने ये भी बताया कि इन संदेशों और वीडियोज को नागालैंड में विद्रोही समूहों के पास भेजा जा रहा है और नागालैंड की आजादी के लिए आवाजी उठाने के लिए उकसाया जा रहा है। एक वरिष्ठ मंत्री ने बताया, "ऐसे संदेशों और वीडियोज को नागा विद्रोही समूहों के साथ-साथ उन एक्टिविट्स के पास भी भेजा जा रहा है जो नागालैंड को अलग देश बनाने की वकालत करते हैं।"
पहले भी होता रहा है इंटरनेट का गलत इस्तेमाल
अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान लोगों को सरकार के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रहा है और पाकिस्तान में बनाए गए ऐसे वीडियोज नागालैंड तक पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा, "इंटरनेट शुरू होते ही पाकिस्तान नागालैंड के विद्रोही समूहों की तरह जम्मू और कश्मीर में भी लोगों को भड़काने की कोशिश करेगा।" बता दें कि व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल पहले भी सरकार के खिलाफ गलत जानकारी फैलाने के लिए किया जाता रहा है।