बहन को बचाने के लिए 14 फीट लंबे मगरमच्छ से भिड़ गया 15 वर्षीय लड़का
यह बिलकुल सच है कि जब बात अपनों को बचाने की आती है, तो लोग बड़ी से बड़ी मुसीबत का सामना कर लेते हैं। हाल ही में इस बात को एक लड़के ने सच साबित कर दिया है। दरअसल, एक 15 वर्षीय लड़का अपनी छोटी बहन को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बगैर बिना घबराए 14 फीट लम्बे ख़ूँख़ार मगरमच्छ से भिड़ गया और अपनी बहन को बचा लिया। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
नाला पार करते समय मगरमच्छ ने पकड़ लिया था लड़की का पैर
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, 12 साल की हैना लिसा जोस हैबी अपने भई हाशिम के साथ फ़िलीपींस के पलवन में एक नाले के ऊपर से गुजर रही थी। जब वो दोनों नाले के किनारे पर थे, तभी एक मगरमच्छ ने छलांग लगाई और हैबी के पैर को पकड़ लिया। बहन की चींख सुनकर भाई सतर्क हो गया और उसने तुरंत मगरमच्छ के ऊपर पत्थर से हमला शुरू कर दिया।
मगरमच्छ पर पत्थरों से हमला करके बहन को बचाया
हाशिम के लगातार पत्थर से मगरमच्छ पर हमला किया। मगरमच्छ के जबड़े से उसकी बहन को पकड़ा हुआ था। लगातार हो रहे हमले के कारण मगरमच्छ को हैबी का पैर छोड़ना पड़ा। हालाँकि, इस दौरान हैबी के पैर में गहरी चोटें लगी थी, लेकिन अब वह ठीक है और ख़तरे से बाहर है। इस घटना के बाद से हाशिम की हर जगह प्रशंसा हो रही है और हर कोई हाशिम के बहादुरी की तारीफ़ कर रहा है।
बहादुरी की नहीं होती कोई उम्र
हैबी ने डेली मेल को बताया, "मगरमच्छ मुझसे बड़ा था। मैं उसे देखकर बहुत डर गई थी और घबराकर रो पड़ी थी। मैंने उसके दांत और उसके मुँह के अंदर देखा।" हैबी ने आगे कहा, "मैं चिल्लायी और हाशिम ने मेरी मदद की। उसने मगरमच्छ के ऊपर पत्थर फेंके और मुझे उससे दूर खींच लिया। मैं हाशिम से बहुत प्यार करती हूँ, उसने मेरी जान बचाई।" यकीनन, इससे यह साबित हो जाता है कि बहादुरी की कोई उम्र नहीं होती।
अपने भाई की बहादुरी की वजह से बच गई बच्ची
वहीं, इस घटना के बारे में हाशिम ने बताया, "पहले मैंने पुल पार कर लिया, लेकिन जब मैंने पीछे मुड़कर देखा तो बहन नहीं थी। पहले तो मैंने सोचा कि वह गिर गयी, लेकिन जब मैंने मगरमच्छ का सिर देखा तो पता चला कि मामला गंभीर है।" लेफ़्टिनेंट कर्नल सुकरात फाल्टादो ने कहा, "मगरमच्छ यहाँ के निवासियों के लिए ख़तरा हैं।" उन्होंने आगे कहा कि बच्ची अपने भाई की बहादुरी की वजह से बच गई।
कर्नल ने निवासियों को भी सावधान रहने की दी सलाह
इसके अलावा कर्नल ने स्थानीय निवासियों को सावधान रहने के लिए भी कहा, जब तक मगरमच्छ को पकड़कर स्थानांतरित नहीं किया जाता है। बता दें कि वहाँ के लिए यह एक आम समस्या है।
भारत में भी देखने को मिला था ऐसा ही मामला
ऐसा ही एक मामला 2017 में भारत के ओडिशा में देखा गया था, जब एक बहादुर लड़की ने मगरमच्छ से लड़कर अपनी दोस्त की जान बचाई थी। उस समय छह साल की ममता देलाई अपनी दोस्त के साथ नदी में नहाने गई थीं। उसी समय एक मगरमच्छ उनकी दोस्त का हाथ पकड़कर खींचने लगा। ममता ने भी इधर से दोस्त का हाथ पकड़कर खींचना शुरू किया। लगभग 10 मिनट बाद आख़िरकार मगरमच्छ नदी में भाग गया और दोस्त बच गई।