सीमा विवाद: चीन ने गलवान घाटी को बताया अपना हिस्सा, भारत पर लगाया उकसावे का आरोप
क्या है खबर?
सीमा को लेकर चल रहे विवाद के बीच चीन ने दावा किया है कि गलवान घाटी का क्षेत्र उसका हिस्सा है और इस पर उसके सैनिक कई सालों से गश्त करते आए हैं।
गलवान घाटी वही जगह है, जहां सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक अधिकारी और 20 जवान शहीद हुए थे।
चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को दावा किया कि गलवान घाटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से चीन की तरफ है।
बयान
भारत ने LAC पार की- चीन
चीन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय सेना ने अप्रैल के बाद गलवान घाटी में LAC पर एकतरफा कार्रवाई करते हुए सड़कें, पुल और अन्य ठिकाने बनाए हैं। चीन ने इसकी कई बार शिकायत की, लेकिन भारत ने उकसाने वाली कार्रवाई करते हुए LAC को पार किया। चीनी सैनिक परिस्थितियों से निपटने और जमीन पर अपने प्रबंधन और नियंत्रण को मजबूत करने के लिए जरूरी कदम उठाने को मजबूर हो गए थे।
बयान
भारत ने बैठक में बनी सहमति का उल्लंघन किया- चीन
बयान में आगे कहा गया है कि 6 जून को हुई कमांडर स्तर की बैठक में तनाव कम करने पर सहमति बनी थी। भारत इस बात पर राजी था कि वह गलवान नदी पार नहीं करेगा और दोनों पक्ष बैठकों के जरिये चरणबद्ध तरीके से सैनिकों को हटाएंगे।
इसके बाद चीन ने दावा किया कि 15 जून की रात भारतीय सैनिक कमांडर स्तर की बैठक में बनी सहमति का उल्लंघन करते हुए एक बार फिर LAC पार कर गए।
बयान
चीन का दावा- भारतीय सैनिकों ने किया हमला
चीन ने आगे दावा किया कि उसके अधिकारी और सैनिक बातचीत के लिए भारतीय सैनिकों के पास गए थे, जिन्होंने हिंसक हमला कर दिया। इस भीषण हिंसा में लोग हताहत हुए।
चीन ने आरोप लगाया कि भारतीय सेना की इस कार्रवाई ने सीमा क्षेत्र की स्थिरता को कमजोर किया है। उन्होंने चीनी सैनिकों की जान खतरे में डाली, समझौते का उल्लंघन किया और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन किया है।
गलवान घाटी
चीन के दावे को पहले ही खारिज कर चुका है भारत
चीन के इस दावे से एक दिन पहले ही भारत ने गलवान घाटी पर चीनी सेना की संप्रभुता के दावे को खारिज कर दिया था।
भारत ने बीजिंग से अपनी गतिविधियां वास्तविक नियंत्रण रेखा के उस तरफ तक ही सीमित रखने को कहा था।
भारत का कहना है कि इस तरह का 'बढ़ा चढ़ाकर' किया गया दावा 6 जून को हुई कमांडर स्तर की बैठक में बनी सहमति के खिलाफ है।
जानकारी
कहां स्थित है गलवान घाटी?
गलवान घाटी विवादित क्षेत्र अक्साई चिन में है। यहां पर LAC अक्साई चीन को भारत से अलग करती है और यह चीन के दक्षिणी शिनजियांग और भारत के लद्दाख तक फैली है। 1962 के युद्ध में भी ये क्षेत्र जंग का प्रमुख केंद्र रहा था।
बयान
हमारे क्षेत्र में कोई नहीं घुसा- प्रधानमंत्री मोदी
वहीं शुक्रवार को गलवान घाटी में सीमा पर जारी तनाव को लेकर सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "ना तो कोई हमारे क्षेत्र में घुसा है और ना ही किसी पोस्ट पर कब्जा किया गया है।"
उन्होंने आगे कहा कि भारत शांति और दोस्ती का पक्षधर है, लेकिन वो अपनी संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि LAC शहीद हुए भारतीय जवानों ने मातृभूमि की ओर आंख उठाने वालों को पर्याप्त सबक सिखाया है।