सऊदी अरब में दो पंजाबियों के सिर कलम किए गए, अमरिंदर सिंह बोले- अमानवीय और बर्बर
भारतीय विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि सऊदी अरब में रह रहे पंजाब के दो व्यक्तियों को सिर कलम कर मौत की सजा दी गई है। यह घटना 28 फरवरी की है, जिसकी अभी जानकारी दी गई है। सऊदी अरब में भारतीय दूतावास ने जानकारी दी कि 28 फरवरी को होशियारपुर के सतविंदर कुमार और लुधियाना के हरजीत सिंह को सजा दी गई। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस घटना को 'बर्बर और अमानवीय' बताया है।
विदेश मंत्रालय से रिपोर्ट मांगेगे अमरिंदर सिंह
अमरिंदर सिंह ने कहा कि वे इस मामले में ज्यादा जानकारी पाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात करेंगे। उन्होंने इस घटना पर शोक जताते हुए कहा कि यह बेहत दुखद बात है कि सभ्य देशों में आज भी ऐसी अमानवीय घटनाएं होती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों भारतीय नागरिकों को हत्या के जुर्म में सजा दी गई है। इन दोनों को दिसंबर, 2015 में दूसरे भारतीय नागरिक की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
कोर्ट के नोटिस पर आया जवाब
सतविंदर के परिवार को 2 मार्च को सऊदी से किसी व्यक्ति ने फोन कर सतविंदर की सजा की सूचना दी थी। इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं होने के कारण सतविंदर की पत्नी सीमा रानी ने विदेश मंत्रालय से संपर्क किया। यहां से कोई ठोस जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की। हाई कोर्ट ने 8 अप्रैल को विदेश मंत्रालय को नोटिस जारी कर इस सूचना की पुष्टि करने को कहा।
भारतीय दूतावास ने की सजा की पुष्टि
इसके बाद 16 अप्रैल को सीमा रानी को इस बारे में आधिकारिक सूचना मिली। उनको मिले पत्र में लिखा गया कि रियाद स्थित दूतावास को 28 फरवरी को सऊदी के विदेश मंत्रालय का पत्र मिला था, जिसमें सतविंदर सिंह और हरजीत सिंह की सजा के आदेश के बारे में जानाकरी दी गई थी। रियाद स्थित दूतावास की तरफ से लिखे गए इस पत्र में कहा गया कि इससे पहले उन्हें सजा के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी।
इस मामले में गिरफ्तार हुए थे हरजीत और सतविंदर
बीबीसी के मुताबिक, सतविंदर और हरजीत दोनों 2013 में वर्क परमिट पर सऊदी अरब गए थे। वहां इन दोनों को दिसंबर, 2015 में गिरफ्तार किया। दरअसल, सतविंदर, हरजीत और आरिफ इमामुद्दीन नामक एक और भारतीय लूट की एक घटना में शामिल थे। इस घटना के बाद तीनों में पैसे के बंटवारे को लेकर झगड़ा हो गया, जिसमें हरजीत और सतविंदर ने आरिफ की हत्या कर दी। दोनों ने आरिफ की हत्या के बाद उसका शव रेगिस्तान में फेंक दिया।
परिवार को नहीं सौंपे जाएंगे शव
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय दूतावास ने 3 मार्च को सऊदी प्रशासन से मृतकों के शव के बारे में जानकारी हासिल करनी चाही थी, लेकिन इसका कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद 14 मार्च को एक बार रिमाइंडर भेजा गया, जिसका अभी तक जवाब नहीं आया है। इसमें आगे कहा गया है कि सऊदी के नियमों के मुताबिक, मृतकों की लाश परिवार को नहीं सौंपे जाती, इसके बदले परिवार को केवल मृत्यु प्रमाणपत्र दिया जाएगा।