कश्मीर: फल व्यापारी के परिवार पर हमला करने वाले आतंकी को सुरक्षा बलों ने किया ढेर
क्या है खबर?
कश्मीर में फल व्यापारी के परिवार पर हमला करने वाले लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी आसिफ मकबूल भट को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया है।
सुरक्षा बलों ने सोपोर में हुई मुठभेड़ में उसे मार गिराया गया।
जम्मू-कश्मीर DGP दिलबाग सिंह ने मामले पर बयान देते हुए कहा कि आसिफ ने सोपोर में बहुत आतंक मचाया हुआ था और वह पिछले एक महीने से बेहद सक्रिय था।
एक महीने पहले ही जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म किया गया था।
आतंकी हमला
व्यापार कर रहे लोगों को डराने के लिए आसिफ ने किया था हमला
हाल ही में आसिफ ने सोपोर में एक फल व्यापारी के घर पर हमला किया था, जिसमें व्यापारी का बेटा, उसकी पौती उस्मा जान और घर के अन्य सदस्य घायल हुए थे।
उस्मा हमले में गंभीर रूप से घायल हुई थी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल के निर्देश पर उसे दिल्ली के AIIMS में ट्रांसफर किया गया था।
बहिष्कार के बावजूद व्यापार कर रहे अन्य लोगों को डराने के लिए आसिफ ने ये हमला किया था।
मुठभेड़
आसिफ ने सुरक्षा बलों पर फेंका बम
हमले के बाद से ही सुरक्षा बल आसिफ की तलाश में जुटे हुए थे और लश्कर से जुड़े आठ सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें आसिफ की लोकेशन की जानकारी मिली।
DGP दिलबाग सिंह ने बताया कि पुख्ता जानकारी मिलने के बाद इलाके की नाकेबंदी की गई।
आसिफ को रुकने की चेतावनी भी दी गई लेकिन वह नहीं माना और उसने सुरक्षा बलों पर एक बम फेंक दिया, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायल पुलिसकर्मी खतरे से बाहर हैं।
बयान
स्थानीय लोगों को धमका रहा था आसिफ
DGP सिंह ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "आसिफ ने सोपोर में आतंक मचाया हुआ था। पिछले एक महीने से वह बेहद सक्रिय था। उसने ओवरग्राउंड सदस्यों की मदद से पोस्टर छपवाए थे जिनमें उसने स्थानीय लोगों को धमकी देते हुए दुकानें न खोलने और दैनिक गतिविधियों को रोकने को कहा था।"
इस बीच उन्होंने जानकारी दी कि जम्मू के सभी 10 जिलों, लेह और कारगिल में स्थिति सामान्य है और 90 प्रतिशत इलाकों से प्रतिबंध हटा लिए गए हैं।
जम्मू-कश्मीर पाबंदियां
अनुच्छेद 370 पर फैसले के समय से लगी हुई हैं पाबंदियां
बता दें कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 में बदलाव करते हुए जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया था।
इसके अलावा राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, में बांटने का फैसला भी लिया गया था।
तभी से जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट और फोन सेवाओं पर रोक समेत कई तरह की पाबंदियां लगी हुई हैं और अब इन पाबंदियों को धीरे-धीरे चरणों में हटाया जा रहा है।
कश्मीर
स्थितियां सामान्य होने में अड़चनें पैदा कर रहा पाकिस्तान
इस बीच भारत के फैसले से बौखलाया पाकिस्तान कश्मीर में अस्थिरता पैदा करने में लगा हुआ है।
आसिफ की तरह उसके द्वारा पाले गए आतंकी कश्मीर में स्थितियां सामान्य होने में अड़चनें पैदा कर रहे हैं।
यही कारण है कि कश्मीर में इंटरनेट पर लगी रोक अभी तक नहीं हट पाई है।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि रोक हटने पर पाकिस्तान और उसके आतंकी इसका इस्तेमाल लोगों को भड़काने और आतंक फैलाने के लिए कर सकते हैं।