ईरान पर बड़े हमले की तैयारी में इजरायल, अमेरिका से लीक हुए दस्तावेजों में खुलासा
इजरायल ईरान पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। हमले की योजना से जुड़े कथित बेहद खुफिया अमेरिकी दस्तावेज लीक हो गए हैं। इससे अमेरिका में हड़कंप मच गया है। 15-16 अक्टूबर की तारीख वाले ये दस्तावेज ईरान से जुड़े एक टेलीग्राम अकाउंट 'मिडिल ईस्ट स्पेक्टेटर' पर प्रकाशित किए गए थे। इन दस्तावेजों में कथित तौर पर ईरान पर संभावित हमले को लेकर इजरायल की योजनाओं की जानकारी है।
लीक हुए दस्तावेजों में क्या है?
लीक हुए एक दस्तावेज का शीर्षक है- इजराइल: वायु सेना ईरान पर हमले की तैयारी जारी रखे हुए।' इसमें सैन्य तैयारियों में कथित तौर पर हवा से हवा में विमानों में ईंधन भरने के अभियान, खोज और बचाव अभियान और ईरानी हमलों को देखते हुए मिसाइल को फिर से स्थापित करने की स्थिति को दिखाया गया है। दूसरे दस्तावेज में हथियारों और अन्य सैन्य संपत्तियों को रणनीतिक स्थानों पर ले जाने की तैयारी की जानकारी है।
दस्तावेजों में मिसाइल और गोला-बारूद की जानकारी भी
लीक हुआ एक दस्तावेज नेशनल जियोस्पेशियल इंटेलिजेंस एजेंसी ने संकलित किया है। इसमें इजरायल द्वारा गोला बारूद को इधर-उधर ले जाने की जानकारी शामिल है। दूसरे दस्तावेज को नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी से प्राप्त किया गया है। इसमें इजराइली वायु सेना के अभ्यासों का उल्लेख है, जिसमें हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं। इन्हें ईरान पर हमले की तैयारी के तौर पर भी माना जा रहा है।
अमेरिका ने शुरू की जांच
दस्तावेज लीक होने से अमेरिका में हड़कंप मच गया है। CNN ने 2 अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया है कि इस मामले की जांच की जा रही है। CNN ने एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से लीक को 'बेहद चिंताजनक' बताया है। इन दस्तावेजों को 'बेहद गोपनीय' के रूप में चिह्नित किया गया है। ये दस्तावेज केवल अमेरिका और 'फाइव आइज' देशों के पास ही होना चाहिए। 'फाइव आइज' में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड और ब्रिटेन शामिल हैं।
पूर्व CIA अधिकारी ने जताई चिंता
अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के सेवानिवृत्त अधिकारी मिक मुलरॉय ने CNN से कहा, "अगर यह सच है कि ईरानी हमले का जवाब देने की इजरायल की सामरिक योजना लीक हो गई है तो यह एक गंभीर उल्लंघन का मामला है। भविष्य में अमेरिका और इजरायल के बीच समन्वय को भी चुनौती दी जा सकती है। विश्वास रिश्ते में एक महत्वपूर्ण घटक है। विश्वास खत्म हो सकता है और यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह कैसे लीक हुआ।"