लेबनान में हिजबुल्लाह कमांडर हसन नसरल्लाह की मौत पर लखनऊ में शिया समुदाय का प्रदर्शन
मध्य पूर्व देश लेबनान और इजरायल के बीच चल रही लड़ाई में शुक्रवार को ईरान समर्थित सशस्र समूह हिजबुल्लाह का कमांडर हसन नसरल्लाह मारा गया है। इसके विरोध में रविवार रात को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शिया समुदाय का प्रदर्शन देखने को मिला। यहां छोटे इमामबाड़ा से बड़ा इमामबाड़ा तक लोगों ने पोस्टर और काले झंडे के साथ जुलूस निकाला। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी की इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के पोस्टर जलाए।
3 दिन शोक का ऐलान
इजरायल के खिलाफ और हसन के समर्थन में निकाले गए जुलूस में महिलाओं और बच्चों ने भी शिरकत की। इस दौरान मजलिस हुई, जिसमें मातम मनाया गया। खबरों के मुताबिक, लखनऊ में शिया समुदाय ने 3 दिन शोक का ऐलान किया है, जिसके तहत छोटा इमामबाड़ा से बड़ा इमामबाड़ा तक सभी दुकानें बंद रहेगी। लोग अपने घरों में काले झंडे लगाएंगे। बता दें कि देश में लखनऊ शिया समुदाय का केंद्र माना जाता है।
लखनऊ में प्रदर्शन
कौन था नसरल्लाह?
नसरल्ला का जन्म 18 अगस्त, 1960 में बेरूत में एक शिया परिवार में हुआ था। वह जब 5 साल का हुआ तो लेबनान में गृहयुद्ध शुरू हो गया था। नसरल्लाह 16 की उम्र में धार्मिक शिक्षा ग्रहण करने लिए इराक के नजफ चला गया था। नसरल्लाह 1980 में 20 साल की उम्र में हिजबुल्लाह में शामिल हुआ था। 1992 में हिजबुल्लाह के मसूवी की हत्या के बाद से संगठन की कमान नसरल्लाह के हाथ में थी।