अफगानिस्तान: अपने 11 सदस्यों के बदले तालिबान ने तीन भारतीय कैदियों को किया रिहा
क्या है खबर?
अफगान तालिबान ने अपने 11 सदस्यों के बदले तीन भारतीय बंधकों की बात कही है।
जिन तालिबानियों को छोड़ा गया है, उनमें उसके कई शीर्ष अधिकारी भी शामिल हैं।
वहीं जिन बंधकों को रिहा किया है, उनके इंजीनियर होने की संभावना जताई जा रही है, जिनका एक साल पहले अपरहण हुआ था।
इस बीच तालिबान ने ये नहीं बताया कि उसने किस के साथ कैदियों का आदान-प्रदान किया।
मामले के बेहद संवेदनशील होने के कारण ये जानकारी छिपाई गई है।
संवेदनशील मामला
तालिबानी अधिकारियों ने दी केवल कैदियों के आदान-प्रदान की जानकारी
रविवार को तालिबान के अधिकारियों ने अमेरिकी सरकार के पैसे से चलने वाले मीडिया संगठन RFE/RL को ये जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि रविवार सुबह उसने अपने 11 सदस्यों के बदले तीन भारतीय बंधकों को छोड़ा।
हालांकि अधिकारियों ने अदला-बदली के स्थान की जानकारी देने से इनकार कर दिया।
उन्होंने ये भी नहीं बताया कि जिन तालिबानियों की अदला-बदली की गई, वो अफगानी प्रशासन के कब्जे में थे या अफगानिस्ताम में तैनात अमेरिकी सेना के कब्जे में।
रिहाई
रिहा किए गए तालिबान सदस्यों में दो पूर्व गवर्नर भी शामिल
तालिबानी अधिकारियों ने बताया कि जिन सदस्यों को छोड़ा गया है उनमें उसके कुछ उच्च रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं।
इनमें अब्दुर रहीम और मावलवी अब्दुर रशीद प्रमुख हैं।
1990 के दशक में अफगानिस्तान में तालिबान के राज के समय रहीम कुनार, जबकि रशीद निमरोज प्रांत के गवर्नर रहे थे।
तालिबान ने घटनाक्रम से जुड़ी एक तस्वीर और एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें आजाद किए गए सदस्यों को बधाई दी जा रही है।
जानकारी
अभी तक नहीं आई भारत और अफगानिस्तान की प्रतिक्रिया
मौजूदा घटनाक्रम पर अभी तक अफगानिस्तान या भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। RFE/RL ने मामले से जुड़े पाकिस्तान के एक सरकारी अधिकारी से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने भी इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
इंजीनियरों का अपहरण
पिछले साल हुआ था सात भारतीय इंजीनियरों का अपहरण
बता दें कि मई 2018 में उत्तरी अफगानिस्तान के बघलान प्रांत के एक पॉवर प्लांट में काम करने वाले सात भारतीय इंजीनियरों का अपहरण हो गया था।
तब किसी भी संगठन ने उनके अपहरण की जिम्मेदारी नहीं ली थी।
इस साल मार्च में एक इंजीनियर को छोड़ा गया था, लेकिन बाकी का क्या हुआ, इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं है।
अब संभावना जताई जा रही है कि रिहा किए गए भारतीयों कैदियों में ये इंजीनियर शामिल हो सकते हैं।
जानकारी
अफगानिस्तान में क्या चल रहा है?
2001 में 9/11 आतंकी हमले के बाद अफगानिस्तान में आई अमेरिकी सेना यहां से जाने की तैयारी कर रही है। इस बीच तालिबान की कोशिश फिर से सत्ता हथियाने की है। इसके मद्देनजर तालिबान और अमेरिका में शांति वार्ता भी हुई थी जो असफल रही।