दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में भूकंप के झटके, पाकिस्तान में भारी नुक्सान
मंगलवार शाम को दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और देश के अन्य उत्तरी इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। जानकारी के अनुसार, भूकंप का केंद्र पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के जालकाट में था और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई है। बता दें कि बीते 10 सितंबर को हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में 10 घंटे के भीतर भूकंप के चार झटके महसूस किये गए थे।
जम्मू-कश्मीर में भूकंप के सबसे तेज झटके
भारतीय समयानुसार शाम 04:31 बजे दिल्ली-NCR और अन्य उत्तरी इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटकों के चलते लोग दफ्तरों और घरों से बाहर निकल आए और काफी देर तक लोग डर के चलते खाली स्थानों और पार्कों में खड़े रहे। भारत में सबसे अधिक तीव्रता से भूकंप जम्मू-कश्मीर में महसूस किया गया। जम्मू-कश्मीर DGP दिलबाग सिंह ने कहा है कि राज्य में जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
पाकिस्तान के मीरपुर में बड़ा नुकसान
खबरों के अनुसार, भूकंप से पाकिस्तान के मीरपुर में बड़ा नुकसान हुआ है। यहा से कई मकानों के गिरने और सड़कों के टूटने की खबरें हैं। भूकंप में पांच लोगों के मरने और लगभग 50 लोगों के घायल होने की खबर है। पाकिस्तान के लाहौर और इस्लामाबाद में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए और यहां इसकी तीव्रता भारतीय शहरों के मुकाबले अधिक थी। ये अभी शुरूआती आंकड़े हैं और पूरी रिपोर्ट आना बाकी है।
पाकिस्तान में भूकंप से टूटी सड़कें
बड़ा भूकंप आने पर दिल्ली में हो सकती है भारी तबाही
बता दें कि दिल्ली एक पहाड़ी इलाका है और हिमालय के करीब होने की वजह से इसे भूकंप के जोन चार में रखा गया है। इस जोन में आने वाले इलाकों में भूकंप का खतरा ज्यादा रहता है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली की 70-80 प्रतिशत इमारतें भूकंप का औसत झटका भी नहीं झेल सकतीं। दिल्ली की आबादी का घनत्व भी काफी ज्यादा है। ऐसे में अगर दिल्ली में बड़ा भूकंप आता है तो लाखों लोगों की जान जा सकती है।
भूकंप से बचने के लिए क्या करें?
भूकंप से बचने के लिए सबसे पहले अपने आसपास मेज जैसी कोई चीज देखें और उसके नीचे छिप जाएं। इसके अलावा भूकंप के झटके महसूस होने पर खाली और सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। इसके अलावा अपने घरों को भूकंप-रोधी मानकों पर बनवाएं।