दिल्ली में गिरफ्तार हुआ जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी, पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड से था संपर्क
पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम देने वाली आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी को देश की राजधानी दिल्ली में पकड़ा गया है। आतंकी का नाम सज्जाद खान है और पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मुद्दसिर अहमद खान के संपर्क में था। दिल्ली में वह आतंकी संगठन की एक स्लीपर सेल स्थापित करने के मकसद से आया था। वह अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे पाता, इससे पहले ही वह दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उससे पूछताछ की जा रही है।
पुलवामा का रहने वाला है आतंकी सज्जाद
दिल्ली पुलिस ने 27 वर्षीय सज्जाद को गुरुवार देर रात लालकिले के पास लाजपत राय मार्केट से गिरफ्तार किया। वह NIA की FIR संख्या RC-08/2019/NIA/Delhi/U/S121-A/120B और UAPA कानून के तहत वांछित था। सज्जाद जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है। उसके दो भाई भी जैश के आतंकी थे, जिन्हें सेना ने मुठभेड़ में मार गिराया था। पुलवामा आतंकी हमले से पहले ही वह भागकर दिल्ली आ गया था और यहां अपने आतंकी मंसूबों को अंजाम देने में लगा हुआ था।
पुलवामा हमले की थी पूरी जानकारी
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि सज्जाद पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मुद्दसिर से लगातार संपर्क में था और उसे साजिश की पूरी जानकारी थी। मुद्दसिर और पाकिस्तान का आतंकी यासिर उससे एक ऐप के जरिए फर्जी नंबरों से बातचीत करते थे। उसे दिल्ली में एक स्लीपर सेल बनाने का काम सौंपा गया था। बता दें कि हमले के मास्टरमाइंड मुद्दसिर को हाल ही में एक मुठभेड़ में मार गिराया गया था।
मुद्दसिर ने किया था विस्फोटकों और वाहन का इंतजाम
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि 23 वर्षीय मुद्दसिर एक इलेक्ट्रीशियन था और त्राल के मीर मोहल्ले का रहने वाला था। स्नातक करने के बाद मुद्दसिर ने इलेक्ट्रीशियन बनने के लिए ITI से एक साल का डिप्लोमा कोर्स किया था। उसने ही पुलवामा हमले में इस्तेमाल किए गए विस्फोटकों और मारूति इको का इंतजाम किया था। मारूति को जैश के अन्य सज्जाद भट ने हमले से 10 दिन पहले ही खरीदा था। वह तभी से फरार है।
दिल्ली में हमले की योजना बना रहा है जैश
सज्जाद का पकड़ में आना दिल्ली पुलिस के लिए एक बहुत ही बड़ी कामयाबी है क्योंकि खुफिया विभाग से उसे जानकारी थी कि जैश दिल्ली में आतंकी हमला करने की योजना बना रहा है। बता दें कि खुफिया एजेंसियों को पुलवामा आतंकी हमले की भी जानकारी थी और उन्होंने खुफिया अलर्ट भी जारी किया था। लेकिन इसके बावजूद जैश का फिदायीन आदिल अहमद डार CRPF के काफिले पर हमला करने में कामयाब रहा, जिसमें 40 जवान शहीद हुए।
ISI के इशारे पर हुआ था पुलवामा हमला
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, पुलवामा हमले की योजना एक महीने पहले से बनाई जा रही थी। जैश के सरगना मौलाना मसूद अजहर ने तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के आकाओं के साथ बैठक की थी और उसमें तय किया गया था कि भारत में एक आत्मघाती हमला किया जाएगा। अजहर के अड्डे बहावलपुर में हुई इस बैठक की सूत्रधार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI थी और उसी के इशारों पर पुलवामा में हमला हुआ था।
सहारनपुर से भी पकड़े गए थे दो कश्मीरी युवक
22 फरवरी को उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्कवॉड (ATS) ने सहारनपुर से दो संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया था। दोनों कश्मीर से थे और इनके पास से हथियार बरामद किए गए थे। इनमें से एक शहनवाज कुलगाम और दूसरा आकिब अहमद पुलवामा का रहने वाला है। पुलिस से पूछताछ के दौरान इन युवकों ने बताया था कि वे पुलवामा हमले के दूसरे मास्टरमाइंड अब्दुल रशीद गाजी के संपर्क में थे और आतंकी वारदात को अंजाम देने की कोशिश में थे।