Page Loader
जिंदगी के निजी लम्हें साझा करने पर यह कंपनी दे रही है लाखों रुपये

जिंदगी के निजी लम्हें साझा करने पर यह कंपनी दे रही है लाखों रुपये

लेखन अंजली
Dec 06, 2019
07:32 pm

क्या है खबर?

हर कोई इंसान अपनी जिंदगी के निजी पलों की अहमियत को समझता है, जिस वजह से आए दिन प्राइवेसी के मसले पर कई बहस होती रहती हैं। लेकिन डिजिटल उपकरणों के चलते हर किसी का ऑनलाइन डेटा कई कंपनियां बिन बताए शेयर कर ही लेती हैं। ऐसे में जापान की एक IT कंपनी लोगों की निजी जिंदगी के पल रिकॉर्ड करना चाहती है, जिसके लिए वह लोगों को लाखों रुपये देने के लिए तैयार है।

कैमरे

घर के हर कोने में लगाए जाएंगे कैमरे

जापान की कंपनी प्लाज्मा के मुताबिक यह डेटा कई चीजों में उनके काम आ सकता है, जिसके लिए लोगों को सिर्फ एक महीने तक अपने घरों में हर जगह कैमरे लगाने होंगे ताकि उनकी हर गतिविधि रिकॉर्ड हो सके। कैमरे घर के सभी कमरों यानी बेडरूम, किचन सहित हर कोने में लगाए जाएंगे, बिल्कुल रियलिटी शो बिग बॉस की तरह। मगर, इसमें आदेश देने वाला कोई बॉस नहीं होगा और आप समान्य तरीके से रहेंगे और रिकॉर्डिंग होती जाएगी।

प्रोजेक्ट

500 लोगों ने प्रोेजेक्ट को किया स्वीकार

एक महीने की इस रिकॉर्डिंग को एडिट करके ये रिकॉर्डिंग कई कंपनियों को भेजी जाएगी, जिसका इस्तेमाल कंपनियां अपने तरीके से मार्केटिंग, एडवरटाइजिंग आदि क्षेत्रों में इस्तेमाल कर सकेंगी। इन वीडियो की सबसे खास बात यह होगी कि इन्हें इस तरह एडिट किया जाएगा कि यह पहचानना मुश्किल होगा कि वीडियो असल में किन लोगों की है। प्लाज्मा कंपनी के इस प्रोजेक्ट का नाम एक्सोग्राफ है, जिसे 500 लोगों ने स्वीकार कर लिया है।

बयान

लाइफस्टाइल से संबंधी रोगों के इलाज में काम आएगा डाटा

कंपनी के CEO हिरोकी इनो ने बताया कि इसके जरिए वे यह पता जानना चाहते हैं कि घर में लोग किस प्रकार से शारीरिक और मानसिक क्रियाओं का सामना करते हैं। साथ ही उन्होनें बताया कि आजकल लोग सर्च इंजन में जो जानकारी डालते हैं, उस पर भी उनकी नजरें हैं, मगर इस तरह डाटा इकट्‌ठा करने की यह पहली कोशिश है, जिससे लाइफस्टाइल संबंधी बीमारियों के इलाज से लेकर नई दवाओं का निर्माण भी हो पाएगा।

रकम

प्रोजेक्ट के लिए मिलेंगे इतने पैसे

प्लाज्मा इस प्रोजेक्ट के लिए पहले प्रति व्यक्ति को 87 हजार रुपये दे रही थी, लेकिन बाद में कंपनी ने इस रकम में बढ़ोत्तरी कर प्रति व्यक्ति को एक लाख 30 हजार रुपये देने सुनिश्चित किए। दरअसल, कंपनी के प्रोजेक्ट की आलोचना इस बात पर हुई थी कि वह गरीब लोगों को पैसों का लालच देकर अपने साथ जोड़ रही है, ताकि प्रोजेक्ट सफल हो सके। लेकिन इसके बाद कंपनी ने हर व्यक्ति को दी जाने वाली रकम बढ़ा दी।

प्रोजक्ट स्वीकार

पैसों के लिए लोग निजी पलों को बेचने के लिए तैयार

इन सबके बावजूद कंपनी के मुताबिक, आने वाले समय में अगर रोबोट सफल रहते हैं तो लोगों के पास काम की कमी होगी, ऐसे में इस तरह के प्रोजेक्ट्स उनकी मदद कर पैसे कमाने का जरिया बन सकते हैं। इसलिए प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों में से 40 फीसदी ने माना है कि वे पैसों के लिए एक महीने तक कैमरों के जरिए अपनी निजी जिंदगी के लम्हे कंपनी को देने के लिए तैयार हैं।

जानकारी

समाज के हित के लिए निजी डाटा देना चाहते हैं प्रोजेक्ट से जुड़े कुछ लोग

वहीं प्रोजेक्ट से जुड़े कुछ ऐसे लोग भी हैं जो समाज के लिए कुछ करने के इच्छुक हैं, इसलिए निजी डाटा देना चाहते हैं। वजह चाहे कुछ भी हो, लेकिन इसकी अहमियत आसानी से समझी जा सकती है।