बच्चे की मौत के बाद हजारों स्पोर्ट्स कारों के साथ निकली शवयात्रा, भावुक कर देगा कारण
कई लोग अपनी इच्छाओं को जीते-जी पूरा कर लेते हैं, जबकि कई लोगों की ये इच्छाएँ पूरी नहीं हो पाती हैं। ऐसे में उनके घर वाले उनकी इच्छा को अंतिम इच्छा समझते हुए पूरा करने की कोशिश करते हैं। हाल ही में एक ऐसा ही मामला अमेरिका में देखा गया है। दरअसल, एक बच्चे को कारों का शौक था और जब उसकी कैंसर से मृत्यु हो गई तो 2,100 स्पोर्ट्स कारों के साथ उसकी शवयात्रा निकाली गई। आइए जानें।
पिछले सप्ताह कैंसर से हुई थी मौत
ख़बरों के अनुसार, अमेरिका के मिसौरी के 14 वर्षीय किशोर एलेक इनग्रामकी की पिछले सप्ताह कैंसर की वजह से मौत हो गई थी। एलेक को स्पोर्ट्स कारों का शौक था और उसकी अंतिम इच्छा थी कि स्पोर्ट्स कारों के काफिले के साथ उसकी शवयात्रा निकाली जाए। उसकी इस अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए 'सिडनीज सोल्जर्स ऑलवेज' नामक एक संगठन ने मदद की और शवयात्रा में 2,100 से अधिक स्पोर्ट्स कारें शामिल हुईं।
शवयात्रा में 70 बाइक सवार भी हुए शामिल
केवल कारें ही नहीं, शवयात्रा में 70 मोटरसाइकिलों के मालिक भी आए और सिक्स फ़्लैग्स सेंट लुइस पार्किंग में इकट्ठा हुए। बता दें कि कैलिफ़ोर्निया, इंडियाना, मिशिगन, फ़्लोरिडा और न्यूयॉर्क सहित देशभर से स्पोर्ट्स कार के ज़्यादातर मालिक अपनी गाड़ी खुद चलाकर पहुँचे थे, जबकि कुछ ने ड्राइवर भेजे थे। वाहनों के इस क़ाफ़िले को निकलने देने के लिए मिसौरी शहर को दो घंटे से ज़्यादा समय के लिए बंद रखा गया।
किया गया 'स्पोर्ट्स कार्स फ़ॉर एलेक' का आयोजन
मीडिया के अनुसार, बच्चे की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए 'स्पोर्ट्स कार्स फ़ॉर एलेक' का आयोजन किया गया था। कारों की व्यवस्था 'सिडनीज सोल्जर्स ऑलवेज' के प्रमुख दाना क्रिश्चियन मैनली ने की थी। दरअसल, मैनली भी अपनी आठ वर्षीय बेटी सिडनी को कैंसर की वजह से खो चुके हैं। मैनली कहते हैं, "हमारे संपर्क में जितने भी कैंसर पीड़ित स्थानीय लोग हैं, वे सभी एक परिवार के सदस्य की तरह रहते हैं और एक-दूसरे की मदद करते हैं।"
बच्चे की माँ ने बताई थी इच्छा
उन्होंने कहा, "हमारे पास टर्मिनल बीमारियों से पीड़ित बच्चों की लिस्ट है। इसलिए, मैं एलेक के घर गया था और उसकी माँ से पूछा कि क्या एलेक की कोई आख़िरी इच्छा है? इसके बाद हमारी अपील पर देशभर से लोग कार लेकर मिसौरी पहुँचने लगे।"
एलेक की माँ ने फेसबुक पर किया भावुक पोस्ट
CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, एलेक कि माँ जेनी इनग्रामकी ने अपने फेसबुक पेज पर एक भावुक पोस्ट लिखा, 'हमारा प्यारा बेटा सिर्फ़ 14 साल ही हमारे साथ रहा। ईश्वर ने हमें थोड़े समय के लिए एलेक का माता-पिता बनने के लिए चुना था।' उन्होंने आगे लिखा, 'उसके बगैर जीवन कितना अधूरा है, यह उसके न रहने पर महसूस हो रहा है।' उनका भावुक पोस्ट देखकर कई लोगों ने सांत्वना भरे कमेंट किए।
एलेक के कैंसर का 2015 में हुआ ख़ुलासा
जेनी ने बताया, "एलेक को 2015 में ओस्टियोसरकोमा होने का पता चला था। इसे हड्डी के कैंसर का एक दुर्लभ रूप कहा जाता है। चार साल तक कैंसर से जूझने के बाद एलेक हमें छोड़कर चला गया।"
भारत में भी सामने आया था ऐसा ही मामला
इससे पहले अगस्त में वडोदरा में एक 10 वर्षीय कैंसर से पीड़ित बच्चे की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए उसे एक दिन का सांकेतिक पुलिस इंस्पेक्टर बनाया गया था। 'मेक ए विश' फ़ाउंडेशन ने बच्चे की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए पुलिस विभाग से आग्रह किया था। दरअसल, बच्चा अजय देवगन की 'सिंघम' फिल्म से काफ़ी प्रभावित था और उसी की तरह पुलिस इंस्पेक्टर बनना चाहता था।