
मध्य प्रदेश: सामूहिक विवाह में नव विवाहित जोड़ों को मिले कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां, जानिए मामला
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश के झाबुआ में राज्य सरकार की योजना के तहत एक सामूहिक विवाह में नई विवाहित जोड़ियों को बांटे गए मेकअप बॉक्स के अंदर कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां मिली हैं।
इस शादी का कार्यक्रम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कन्या विवाह योजना के तहत आयोजित किया गया था।
इस मामले के सामने आने के बाद एक वरिष्ठ जिला अधिकारी ने इसके लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग को दोषी ठहराया।
मामला
क्या है मामला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गत सोमवार को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए शुरू किए गए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत थांदला में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। इसमें 296 जोड़ों की शादी हुई।
इस योजना के तहत सभी नवविवाहित जोड़ियों को एक मेकअप बॉक्स दिया गया, जिसके अंदर बिंदी और कंघा जैसी चीजों के अलावा कंडोम के पैकेट और गर्भनिरोधक गोलियां भी मिलीं।
आरोप
जिला अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग पर लगाया आरोप
मामला सामने आने के बाद जिला के वरिष्ठ अधिकारी भूरसिंह रावत ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि हो सकता है कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने परिवार नियोजन से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम के तहत कंडोम और गर्भनिरोधक बांटे हों।
उन्होंने कहा, "हम इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं। हम इस योजना के तहत लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे 49,000 रुपये भेजते हैं। हम खान-पान और तंबू प्रदान करने के लिए जिम्मेदार हैं, जिसकी राशि 6,000 रुपये हैं।"
ट्विटर पोस्ट
कांग्रेस ने की राज्य सरकार की आलोचना, शेयर किया वीडियो
शिव'राज में बेशर्मी चरम पर :
— MP Congress (@INCMP) May 30, 2023
मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार ने कन्याविवाह योजना के अंतर्गत दिए गए मेकअप बॉक्स में कंडोम ओर गर्भनिरोधक टेबलेट्स बांटे है।
शिवराज जी,
कोई शर्म बाकी है❓ pic.twitter.com/2kvT6JBO7E
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
मध्य प्रदेश सरकार ने अप्रैल 2006 में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना शुरू की थी। इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं की शादियों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने का है। इसके तहत सरकार दुल्हन के परिवार को 55,000 रुपये देती है।
आलोचना
पहले भी हो चुकी है इस योजना की आलोचना
इस योजना को पहले भी आलोचना का सामना करना पड़ा था, जब गडसराय इलाके में एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम में दुल्हनों का प्रेग्नेंसी टेस्ट किया गया था।
इसमें प्रेग्नेंट पाई जाने वाली एक महिला ने बताया था वह शादी से पहले अपने मंगेतर के साथ रह रही थी।
वहीं इलाके के चिकित्ता अधिकारी ने बताया था कि इस तरह के टेस्ट आमतौर पर दूल्हा-दुल्हन की उम्र, सिकल सेल एनीमिया की जांच और शारीरिक फिटनेस के लिए किए जाते हैं।